मोहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान की नींव रखी थी. उन्होंने अलग मुल्क़ तो बना लिया मगर आज भी दोनों देशों की ज़मीन और लोगों में एक- दूसरे का बहुत कुछ पीछे छूट गया है. ख़ुद जिन्ना का आलीशान घर भारत में छूट गया है.
जिन्ना का ये आलीशान बंगला मुंबई के सबसे पॉश इलाक़ों में से एक, मालाबार हिल्स पर स्थित है. इसे लोग ‘जिन्ना हाउस’ के नाम से जानते हैं. 1936 में जिन्ना ने इसका निर्माण का काम शुरू करवाया था. 2.5 एकड़ में फैले इस बंगले को बनाने की लागत उस समय 2 लाख रुपये के लगभग आई थी. जिन्ना हाउस को यूरोपीय अंदाज में बनाया गया है. इस बंगले को डिज़ाइन, Claude Batley ने किया था. Claude Batley का भारत के आधुनिक वास्तुकला के विकास में प्रभावशाली भूमिका निभाई थी. इस बंगले के निर्माण के लिए इटली से ख़ास कामगारों को भारत लाया गया था. यही नहीं इसमें इंग्लैंड के संगमरमर और अखरोट की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया था.
जिन्ना हाउस में मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं आकर मिला करते थे. इस बंगले में कई अहम राजनीतिक बैठक हुई हैं. जिसमें जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी जैसे बड़े नेता शामिल थे.
जिन्ना ने जवाहरलाल नेहरू को एक निजी पत्र लिखकर अपना बंगला सुरक्षित रखने की गुज़ारिश की थी. उन्हने लगता था कि भारत में इसकी क़द्र कोई नहीं करेगा इसलिए जिन्ना ने इसे किसी यूरोपीय दूतावास को देने की गुहार लगाई. नेहरू जी ने उनकी बात मानी भी मगर सौदा होने से पहले ही जिन्ना मर गए. 1949 में घर खाली हो गया और सरकार ने बिल्डिंग को अपने कब्ज़े में ले लिया.
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देखिए, घर की कुछ तस्वीरें:
इस बंगले पर बाद में पाकिस्तान ने अपना हक़ भी जमाया था. जिन्ना की बेटी से लेकर उनकी पोती तक इस बंगले के हक़ को लेकर कई मुक़दमेबाज़ी चली. फ़िलहाल यह बंगला भारत सरकार के अधीन है.
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