Pirates मतलब समुद्री डाकू. इस शब्द का नाम सुनते ही Pirates पर बनी सभी फ़िल्म और उनके किरदारों की तस्वीरें जेहन में उभरने लगती हैं. इन समुद्री लुटेरों का आतंक कई सालों तक लोगों ने सहा. इन समुद्री लुटेरों की पहचान उनके जहाज़ पर लगा एक ख़ास झंडा होता है.
इस झंडे का नाम है Jolly Roger Flag. इसमें इंसानी खोपड़ी और हड्डियों को दर्शाया गया है. इस झंडे का पहली बार इस्तेमाल कब और किसने की थी, उसका इतिहास हम आज आपके लिए लेकर आए हैं. पहले देखिए ओरिजन जॉली रॉजर फ़्लैग कैसा दिखता था:
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देख लिया चलिए अब इसका इतिहास भी जान लेते हैं. समुद्री डाकुओं की पहचान बन चुके इस झंडे से पहले ये लुटेरे सिर्फ़ लाल रंग के झंडे का इस्तेमाल किया करते थे. इसका मतलब होता था कि अगर समुद्री लुटेरों द्वारा जहाज़ पर कब्ज़ा करते समय लड़ाई हो गई तो किसी जान नहीं बचेगी.
इस समुद्री डाकू ने किया था पहली बार इस्तेमाल
वहीं कुछ लुटेरे बिना किसी झंडे के दुसरे जहाज़ के पास पहुंच जाते और ऐन वक़्त पर झंडा दिखाते थे. ताकी सामने वाले समझ न पाएं कि वो कौन हैं. पहली बार काले बैकग्राउंड में कंकाल वाले झंडे का इस्तेमाल फ़ेमस समुद्री डाकू Bartholomew Roberts जिसे लोग Barti Dhu या Black Barti के नाम से भी जानते थे, उसने किया था.
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वो लाल रंग का कोट पहनता था इसलिए फ़्रांसीसी उसे Le Joli Rouge कहते थे. जो धीरे-धीरे Jolly Roger हो गया और उसके झंडे को भी यही नाम मिल गया. Jolly Roger नाम का पहला लिखित प्रयोग Charles Johnson की क़िताब The General History Of Pyrates में 1724 में मिलता है.
Calico Jack ने दिया नया रूप
इस झंडे को नया रूप दिया था मशहूर समुद्री डाकू Calico Jack ने. उसने Jolly Roger Flag में कंकाल की जगह इंसानी खोपड़ी का इस्तेमाल करना शुरू किया. उसके बाद के लुटेरों ने इसमें बदलाव कर दो हाथ की हड्डियों को भी जोड़ दिया था.
यानी थोड़ा सा फेर बदल कर किसी चीज़ को अपना बनाने की तरकीब समुद्री लुटेरे ख़ूब इस्तेमाल करते थे. जानकारी कैसी लगी कमेंट बॉक्स में बताना.