देवों के देव महादेव भगवान शिव (Lord Shiva). कभी शांत तो कभी रौद्र रूप धारण करने के लिए भी विख्यात हैं शंकर भगवान. पूरे देश में इन्हें पूजने वालों की कोई कमी नहीं. काशी में तो लगभग हर घर में शिवलिंग पाया जाता है. देश और विदेश में भी शिव भगवान की मूर्तियां स्थापित हैं.
ये भी पढ़ें: शिवभक्त हो या नहीं, पर भगवान शिव के जीवन से ये 10 चीज़ें ज़रूर सीख लेनी चाहिये
1. नाथद्वारा (Nathdwara)- राजस्थान
राजस्थान के इस शहर में दुनिया की सबसे बड़ी भगवान शिव की मूर्ति है. इस मूर्ति की ऊंचाई 351 फ़ीट है. इसके सामने ही 25 फ़ीट की भगवान शिव की सवारी नंदी की मूर्ति स्थापित है. इसे नाथद्वारा के गणेश टेकरी इलाके में बनाया गया है.
2. मुरुदेश्वर (Murudeshwar)- कर्नाटक
कर्नाटक की भटकल तालुका में स्थित मुरुदेश्वर मंदिर अरब सागर से घिरा हुआ है. यहां वर्ल्ड की दूसरी सबसे ऊंची शिव शंकर की प्रतिमा है. ये 123 फ़ीट ऊंची है. भगवान शिव की इस विशाल प्रतिमा पर सूरज की रौशनी पड़ती है तो इसका तेज़ देखते ही बनता है. मंदिर में नंदी सहित बहुत सारे अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमाएं हैं.
3. कोटिलिंगेश्वर मंदिर (Kotilingeshwara Temple)- कर्नाटक
कोटिलिंगेश्वर मंदिर में एक करोड़ छोटे-छोटे शिवलिंग के साथ 108 फ़ीट लंबा विशाल शिवलिंग स्थापित है. 15 एकड़ में बना ये मंदिर कर्नाटक के कोलार ज़िले में है. ख़ास बात ये है कि आप चाहें तो यहां पर अपना ख़ुद का एक शिवलिंग भी स्थापित कर सकते हैं.
4. आदियोगी शिव (Adiyogi Shiv)- तमिलनाडु
ये दुनिया की सबसे बड़ी शिव की अर्ध मूर्ति है जो तमिलनाडु के कोयंबटूर ज़िले में है. ये 112.4 फ़ीट लंबी है. इसे देखते ही आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे. यहां हर शिव भक्त को एक बार ज़रूर हो आना चाहिए.
5. त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple)- महाराष्ट्र
त्र्यंबकेश्वर मंदिर गोदावरी नदी के किनारे बना है. ये नासिक से लगभग 35 किलोमीटर दूर है. लोगों का मानना है कि पेशवा बालाजी बाजी राव ने इस मंदिर को बनाने का आदेश दिया था. इस मंदिर की वास्तुकला देख आपका यहां से जाने का मन नहीं करेगा.
6. तुंगनाथ मंदिर (Tungnath Temple)- उत्तराखंड
देवभूमि कहलाने वाले उत्तराखंड में भगवान शिव (Lord Shiva) का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित मंदिर है. इसका नाम है तुंगनाथ मंदिर, जो समुद्र तल से 12073 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है. ये राज्य के रुद्रप्रयाग ज़िले में है. देखने में ये लगभग केदारनाथ मंदिर जैसा दिखता है. यहां माता पार्वती और वेद व्यास जी के छोटे मंदिर भी हैं.
7. लिंगराज मंदिर (Lingaraj Temple)- ओडिशा
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के सबसे पुराने और बड़े मंदिरों में से एक है ये मंदिर. इसकी वास्तुकला ग़ज़ब की है. यहां मौजूद शिव लिंग चौड़ाई और लंबाई में समान आकार के हैं. कहा जाता है कि मंदिर परिसर में मौजूद बिंदुसार तालाब भगवान शिव के आशीर्वाद से ही भरा रहता है.
8. बृहदेश्वर मंदिर (Brihadeeswara Temple)- तमिलनाडु
तमिलनाडु का ये मंदिर UNESCO की विश्व धरोहर स्थल वाली सूची में शामिल है. यहां भी एक विशालकाय शिवलिंग है. राजा चोलन ने एक सपना देखकर इस मंदिर को बनाने का आदेश दिया था. यहां नंदी की प्रतिमा को एक ही पत्थर को काटकर बनाया गया है.
9. वडकुनाथन मंदिर (Vadakkunnathan Temple)- केरल
भोलेनाथ का ये मंदिर केरल के त्रिशूर ज़िले में स्थित है जिसे वडकुनाथन मंदिर के नाम से जाना जाता है. ये मंदिर 9 एकड़ में फैला है और इसमें भगवान शिव (Lord Shiva), भगवान राम और शंकरनारायण की मूर्तियां हैं. यहां शिवलिंग हमेशा घी से ढके रहते हैं इसलिए भक्तों को उनकी प्रतिमा दिखाई नहीं देती.
अबकी बार कभी भगवान शिव (Lord Shiva) के तीर्थ स्थल घूम आने का मन करे तो यहां हो आना.