मठ एक संस्कृत का शब्द है. इसका मतलब होता है जैन और बौद्ध धर्म के सन्यासियों के लिए बनाया गया आश्रम. मठ परंपरा की शुरुआत हिन्दू धर्म में शिक्षा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हुई है. यही वो जगह मानी जाती है, जहां नई-नई लिपियों का अविष्कार हुआ. आदि शंकर ने भारत के 4 क्षेत्रों में अलग-अलग 4 महत्वपूर्ण मठ बनाये हैं.
आइये जानते हैं इन 4 मठों के बारे में और उनकी विशेषताएं.
1. गोवर्धन मठ, उड़ीसा (ऋग्वेद)
गोवर्धन मठ ओड़िसा के तटीय शहर पुरी में है. ये जगन्नाथ मंदिर से जुड़ा हुआ है. बिहार से लेकर अरुणाचल प्रदेश के सारे धार्मिक स्थान इसी मठ के अंतर्गत आते हैं.
2. शारदा पीठ, कर्नाटक (यजुर्वेद)
श्रीनगेरी शारदा पीठ को आदि शंकर द्वारा तुंगा नदी के किनारे चिकमंगलूर जिले में स्थापित किया गया था. श्रीनगेरी शहर को भारत के पहले मठ को स्थापित करने के लिए माना जाता है. इसके साथ ही साथ रामचन्द्रपुरा मठ भी कर्नाटक में बहुत प्रसिद्ध है.
3.द्वारका पीठ, गुजरात (सामवेद)
द्वारका मठ को सरधा मठ भी कहा जाता है. ये गुजरात के प्राचीनतम शहर द्वारका में स्थित है. ये आदि शंकर द्वारा स्थापित किये गये चार मुख्य मठों में से एक है. ये द्वारकाधीश मंदिर से भी जुड़ा हुआ है.
4. ज्योतिर्मठ, उत्तराखंड (अथर्व वेद)
ज्योतिर्मठ या ज्योति पीठ उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. ये हिमालय पहाड़ से होकर बद्रीनाथ और औली रोपवे की ओर जाने का द्वार है. औली रोपवे भारत का सबसे लम्बा रोपवे है.
ये तो थे आदि शंकर द्वारा स्थापित किये हुए मुख्य मठ, पर इनके अतिरिक्त और भी कई मठ ऐसे हैं, जो देश में अपनी धार्मिक भूमिका के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं.
5. गौदापदाचार्य मठ, गोवा
इस मठ को कवले मठ के नाम से भी जाना जाता है. इसे गौदापद द्वारा 740 AD में स्थापित किया गया था. ये गोवा का सबसे पुराना साउथ इंडियन ब्राह्मणों का मठ है. ये मठ आदि शंकर के गुरु गोविन्द भागावात्पदा के दूसरे शिष्य ने बनवाया था.
6. कांची मठ , तमिलनाडु
तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित इस मठ को हिन्दुओं को 5 तत्व प्रदान करने वाले मठ के रूप में जाना जाता है. इसे भी आदि शंकर द्वारा स्थापित किये जाने का दावा किया जाता है. इस मठ के मुखिया को शंकराचार्य कहा जाता है, जो बाकि सारे मठों की भी देख-भाल करता है.
7. बेलूर मठ, पश्चिम बंगाल
ये मठ स्वामी रामकृष्ण मठ का मुख्यालय है और इसे रामकृष्ण के सबसे खास शिष्य स्वामी विवेकानंद ने स्थापित किया था. ये हूगली नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है. इस मठ को धार्मिक आस्था का प्रतीक भी माना जाता है.
8. काशी मठ. उत्तर प्रदेश
काशी मठ गौड़ सारस्वत ब्राहमणों द्वारा संचालित एक संस्था है. इसका मुख्यालय बनारस के ब्रह्म घाट पर है. इस मठ में ज़्यादातर लोग दक्षिण भारत से आते हैं.
9. रामचन्द्रपुरा मठ, कर्नाटक
ये मठ मुख्य रूप से कन्नड़ ब्राहमणों द्वारा संचालित होता है. इस मठ को पहले रघुथमा मठ के नाम से जाना जाता था. इस मठ के महंत के नाम के बाद भारती उपनाम जोड़ दिया जाता है. आदि शंकर ने अपने पहले शिष्य को इसका पहला गुरु नियुक्त किया था.
तो ये थीं देश के सारे मठों की जानकारियां. अगर ये जानकारी आपको रुचिपूर्ण और ज्ञानवर्धक लगी हो, तो इसे ज़रूर शेयर करें.