एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई आने वाले हर शख़्स को ख़ुद को साबित करना पड़ता है. क़ाबिल होते हुए भी कई बार उन्हें वो रोल करने पड़ते हैं, जो वो नहीं करना चाहते. छोटा-मोटा रोल करते वक़्त उन्हें हर पल यही ख़्याल आता, शायद अगला बड़ा रोल उन्हें मिल जाए. एक एक्टर के संघर्ष को समझना हम सभी के लिये थोड़ा नहीं काफ़ी मुश्किल है.
‘मुक्काबाज़’ फ़िल्म के लीड एक्टर विनीत कुमार ने भी अपने संघर्ष की कहानी बयां की है. एक इंटरव्यू के दौरान विनीत कुमार ने बताया कि कैसे उन्होंने एक्टर बनने के लिये अजीबो-ग़रीब रोल निभाये. किसी फ़िल्म में उन्होंने भूत का रोल अदा किया, तो किसी फ़िल्म में वो लाश बन कर नज़र आये. वो ऐसे रोल इसी उम्मीद में करते थे कि न जाने कब कौन सा रोल उन्हें बड़ी भूमिका दिला दे.
हाल ही में पीटीआई को दिये इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि अभिनेता के रूप में अगर कोई चीज़ उनकी रीढ़ की हड्डी हिला सकती है, वो है काम न होना. लंबे समय तक उनके पास कोई काम नहीं था. इसलिये उन्होंने ऐसे किरदार निभाये. विनीत कुमार कहते हैं कि उन्होंने बहुत सी ऐसी भूमिकाएं की हैं, जहां वो सिर्फ़ बैकग्राउंड में खड़े हुए हैं. इसी उम्मीद में कि अगली बार शायद जब वो इन लोगों के साथ काम करें, तो सीन में कोई लाइन बोलने को मिल जाए.
उन्होंने बताया कि महात्वकांक्षी अभिनेता के रूप उन्होंने हर काम के लिये हां कहा, ताकि वो शहर में टिके रहें. एक समय ऐसा भी था जब विनीत कुमार के पास खाने और रहने के लिये पैसा नहीं था. हांलाकि, बाद में इन्हीं बुरे और उतार-चढ़ाव भरे अनुभवों ने उन्हें अभिनेता बनाने में मदद की. सपनों को पूरा करने निकले विनीत कुमार ने बताया कि उन्होंने दो दशक तक हार नहीं मानी.
इसके बाद उन्हें अनुराग कश्यप की फ़िल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ में दानिश का रोल मिला. साल 2018 में उन्होंने ‘मुक्काबाज़’ से लोगों का दिल जीत लिया. कुछ समय पहले वो वेबसीरीज़ ‘बार्ड ऑफ़ ब्लड’ में अहम किरदार निभाते हुए नज़र आये थे. हाल ही में विनीत कुमार ने नेटफ़िलिक्स की नई सीरीज़ ‘बेताल’ में भी लीड रोल किया है. इसमें विनीत कुमार के किरदार का नाम विक्रम सिरोही है. विक्रम सिरीहो का किरदार निभाकर विनीत कुमार ने बता दिया कि एक्टर को बस एक मौक़ा चाहिये होता है अपना हुनर दिखाने का. विनीत कुमार को भी पिछले कुछ समय से ये मौके मिल रहे हैं और हर एक रोल में वो ख़ुद को साबित भी कर रहे हैं.
बेताल में विनीत कुमार ने एक स्पेशल कंमाडर की भूमिका अदा की है, जिसके साथ उन्होंने पूरा न्याय भी किया है. सीरीज़ की कहानी बता कर हम आपका रोमांच ख़त्म नहीं करेंगे. बेहतर होगा कि सीरीज़ देख कर एक्टर की तारीफ़ ख़ुद करें.
विनीत कुमार की संघर्ष की कहानी से यही साबित होता है, सपने अगर सच्चे हों तो पूरे ज़रूर होते हैं.
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