सारा दिन ऑफ़िस में काम करने के बाद ट्रैफ़िक में अपनी जान देकर जैसे-तैसे घर पहुंच जाती हूं. घर पहुंच कर उतना टाइम मिलता तो नहीं है लेकिन आजकल बहुत सुन रही हूं बिग-बॉस के बारे में. उसमें आए कंटेस्टेंट के बारे में तो सोचा थोड़ा देख लूं. जैसे ही टीवी ऑन किया तो भाई सब एक दूसरे से लड़ रहे थे एक दूसरे के ऊपर बोरियां फेंक रहे थे. ऐसा वो बिग बॉस का टास्क जीतने के लिए कर रहे थे, जो हमेशा बिग बॉस में होता है. कभी कैप्टेंसी जीतने के लिए तो कभी राशन जीतने के लिए.

अब इतना सब लड़ रहे थे तो मैं भी रुक गई और देखने लगी, कल यानि 6 नवंबर का एपिसोड. मैंने इससे पहले भी बिग-बॉस देखा है, बिग बॉस 10 में लोगों ने कर्मा, कर्मा पूरे एपिसोड में लगा रखा था, वो ठीक था. मगर बिग-बॉस 13 में मुझे एक बात अखरी, वो ये थी कि लड़का हो या लड़की सब एक ही बात बोल रहे थे लड़ाई होने पर ये लड़कियों जैसी हरकत मत कर.

इससे पहले हिंदुस्तानी भाऊ और शेफ़ाली ज़रीवाला दोने ने घर में घुसने से पहले बोला था कि पारस लड़का है, लेकिन चुगलियां करता है लड़कियों जैसी. मुझे ये समझ नहीं आ रहा है कि ये किसने डिसाइड किया है कि चुगली करना लड़कियों का काम होता है? लड़ना लड़कियों का काम होता है? ऐसा उन्होंने पिछले वीकेंड के वॉर वाले एपिसोड में कहा था.

इनदोनों की इस बात को शो के होस्ट और सुपरस्टार सलमान ख़ान ने भले ही हंसी में उड़ा दिया हो, लेकिन वहां मौजूद बिग-बॉस 7 की विनर अभिनेत्री गौहर ख़ान ने इस बात पर टिप्पणी देते हुए कहा कि ये आप कैसे कह सकती हैं कि लड़कियां चुगली करती हैं.

पारस छाबड़ा कल के यानि 6 नवंबर के एपिसोड में माहिरा से कह रहे हैं कि, इसका तो काम है टास्क बिगाड़ना. ये तो करता ही ऐसे है जैसे मोहल्ले की आंटियां करती हैं.

इसके अलावा कल के एपिसोड पर भी गौहर ने स्टैंड लेते हुए सुबह-सुबह एक ट्वीट करके इसपर निंदा जताई.
I swear I’m so tired of listening to ladki waali harkat, janaani n all that nonsense ! By ALL , let me clear ! Also hate that 40 saal ka buddha ya buddhi concept ! Age is just a number ! Ppl r superstars even at 75 ! Shame on this mentality! https://t.co/sXCG0WXxXr
— Gauahar Khan (@GAUAHAR_KHAN) November 6, 2019
2 नवम्बर के इस एपिसोड में शेफ़ाली से सलमान ख़ान ने सवाल पूछा कि घर में फ़ैशन मेकओवर की ज़रूरत है, तो उन्होंने बोला पारस, फिर पूछा क्यों तो उनका जवाब था
वो कहते हैं रणवीर सिंह के फ़ैन हैं वो ठीक है रंगीन कपड़े पहनने से कोई रणवीर सिंह नहीं बन जाता है, फिर हरकतें भी तो वैसी रखो. ये क्या जनानियों जैसी हरकतें करते हो.

गौहर ने उनको इस बात पर टोकते हुए कहा कि आपको कैटेगरी नहीं सेट करनी चाहिए. क्योंकि आजकल की बहुएं भी बहुत अच्छा काम कर रही हैं. उनकी इस बात पर शेफ़ाली ने कहा मैं इस बात को ध्यान में रखूंगी.

किसी को नीचा दिखाने के लिए ये कहना क्या सही है कि ‘लड़कियों की तरह चुगली न करो’. ये भी तो कहा जा सकता है कि चुगली मत करो सही नहीं होता है. मुझे इस ‘लड़कियों की तरह से न करो’ से प्रॉब्लम है. वो इसलिए क्योंकि जब आप किसी को नीचा दिखाने के लिए किसी जेंडर के बहाने बोलते हैं, तो वो उसे कमतर साबित करता है. और ये ग़लती समाज की सोच की है जिसने लड़कियों के बारे में ऐसी बातें गढ़ रखी हैं. जहां बार-बार ये फिज़ूल की बात दोहराई जाती है कि चुगली करना लड़कियों का काम है. ये दरअसल एक बेहद की घटिया बात है. और इस सोच को बढ़ावा देने का काम करते हैं ये टीवी शोज़, जो टीआरपी के लिए इन बातों को नकार रहे हैं, ऐसी सोच को बदलने की जगह बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. मैं आपलोगों से एक सवाल पूछती हूं, क्या शो के होस्ट सलमान को या मेकर्स को इस बात पर उंगली नहीं उठानी चाहिए? ये एक गंभीर बात है और हमें क्या लेना-देना, इससे काम नहीं चलेगा.
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