Happy Birthday Hrithik Roshan: पिछले दो तीन सालों से बॉलीवुड में ‘सुपरस्टार्स का दौर ख़त्म’ टाइप बहसें चल रही हैं. ये बहसें कुछ हद तक ठीक भी हैं. बॉलीवुड का वो दौर गया जब स्टार के नाम पर फ़िल्में ही हो जाया करती थीं. लेकिन बॉलीवुड में अब भी कुछ सुपरस्टार्स हैं जिनकी कुछ ख़ूबियों के चलते उनके फ़ैंस सिनेमाघरों में दौड़े चले जाते हैं. इन्हीं स्टार्स में से एक स्टार ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) भी है. ऋतिक रोशन 21वीं सदी के बॉलीवुड के पहले और आख़िरी सुपरस्टार माने जाते हैं.
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ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) अपनी पहली ही फ़िल्म कहो न प्यार है से रातों रात सुपरस्टार बन गये थे. आज ऋतिक का नाम सुनते ही फ़ैंस एक्शन, डांस और रोमांस से भरपूर फ़िल्म की उम्मीद करते हैं. पिछले 2 दशकों में ऋतिक ने ये साबित करके भी दिखाया है. इसके बाद ‘Kaho Naa… Pyaar Hai’, ‘Kabhi Khushi Kabhie Gham’, ‘Koi… Mil Gaya’, ‘Lakshya’, ‘Krrish’, ‘Dhoom 2’, ‘Jodhaa Akbar’, ‘Guzaarish’, ‘Zindagi Na Milegi Dobara’, ‘Agneepath’, ‘Krrish 3’, ‘Bang Bang’, ‘Kaabil’, ‘Super 30’ और ‘War’ जैसी फ़िल्मों में अपनी ज़बरदस्त एक्टिंग के साथ-साथ दमदार डांस और एक्शन से महफ़िल लूट ली थी.
ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने साल 1980 में ‘आप के दिवाने’ फ़िल्म से बॉलीवुड में बतौर बाल कलाकार डेब्यू किया था. इसके बाद ‘आस पास’, ‘आसरा प्यार दा’ और ‘भगवान दादा’ फ़िल्मों में भी नज़र आये. ऋतिक आज भले ही फ़ैंस के लिए एक बड़े सुपरस्टार हैं, लेकिन उनकी ज़िंदगी में कुछ मोड़ ऐसे भी आये जब उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इस दौरान कई बार तो उन्होंने एक्टिंग से ही संन्यास लेने का फ़ैसला तक कर दिया था. लेकिन फिर हर मुसीबत का सामना कर ऋतिक ने ख़ुद को बेहतर साबित कर दिखाया और आज वो इंडस्ट्री के सुपरस्टार्स में शामिल हैं.
चलिए जानते हैं वो कौन-कौन से मौक़े थे जब ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) गिरे, फिर उठकर की शानदार वापसी-
1- Stammering का मजबूती से सामना किया
ये कम ही लोग जानते होंगे कि ऋतिक को बचपन से हक़लाने (Stammering) की समस्या थी. इसके लिए उन्हें स्कूल में भी काफ़ी Bully किया जाता था. इस वजह से वो बेहद परेशान भी रहते थे. वो अकेले में बैठ कर घंटों रोते रहते थे. इस वजह से वो मौखिक परीक्षाओं में नहीं जाना चाहते थे. कभी चोट तो कभी किसी बीमारी का बहाना बनाते थे. इसके बाद घरवालों ने उनकी स्पीच थेरेपी करवाई, जिससे उन्हें काफ़ी मदद मिली. इस दौरान ऋतिक ने अपनी इस परेशानी का बख़ूबी सामना कर ख़ुद को मजबूत बनाये रखा.
2- दो अंगूठों की वजह से स्कूल में चिढ़ाते थे बच्चे
ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) दो अंगूठे के साथ पैदा हुए थे, इस वजह से उन्हें बचपन में काफ़ी परेशानियां हुईं. ऋतिक जब स्कूल में थे, तो दो अंगूठे होने की की वजह से बाकी बच्चे उन्हें अलग मानते थे और उन्हें चिढ़ाते थे. इस दौरान कोई भी बच्चा उनसे बात करना भी पसंद नहीं करता था. लेकिन ऋतिक ने इसका भी दृढ़ता के साथ सामना किया.
3- बचपन में देखी आर्थिक तंगी, 6 महीने नानी के घर रहे
ऋतिक एक फ़िल्मी परिवार से आते हैं. उनके दादा रोशनलाल इंडस्ट्री के दिग्गज म्युज़िक डायरेक्टर रहे हैं, दादी भी सिंगर थीं. ऋतिक की मां दिग्गज बॉलीवुड डायरेक्टर रहे जे. ओम प्रकाश की बेटी हैं. लेकिन ऋतिक का बचपन कई मायनों में अच्छा नहीं था. वो जब पैदा हुए थे तो उनके पापा राकेश रोशन एक स्ट्रगलिंग एक्टर और डायरेक्टर थे. सन 1980 के दशक में रोशन परिवार की आर्थिक स्थिति काफ़ी ख़राब थी. किराया न चुका पाने के कारण मकान मालिक ने उनके पापा राकेश से घर खाली करवा लिया था. ऐसे में ऋतिक 6 महीने के लिए अपनी नानी के घर में रहे थे.
4- डॉक्टर ने कहा था कभी डांस नहीं कर पाएंगे
ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) जब 20 साल के थे तब उन्हें स्कोलियोसिस नाम की बीमारी हो गई थी. ये बीमारी रीढ़ की हड्डी से संबंधित थी, जिसमें हड्डी सीधी ना रहकर एक तरफ झुक जाती है. डॉक्टरों ने कहा था कि वो आगे चलकर कभी डांस नहीं कर पाएंगे. लेकिन इस बीमारी के बारे में पता चलने के 1 साल बाद ऋतिक ने जॉगिंग की मदद से ख़ुद पर काम किया और ठीक हो गए.
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5- पिता पर जानलेवा हमले के बाद छोड़ना चाहते थे इंडस्ट्री
ऋतिक रोशन ने साल 2001 में ‘कहो ना प्यार है’ फ़िल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस दौरान ऋतिक को बेस्ट मेल डेब्यू और बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था. अवार्ड्स लेने के बाद ऋतिक मंच पर स्पीच देते हुए रो पड़े थे और वजह थी उनके पिता राकेश रोशन पर हुआ घातक हमला. 21 जनवरी, 2000 को मुंबई में राकेश रोशन पर अंडरवर्ल्ड के दो गुर्गों ने जानलेवा हमला किया था. अंडरवर्ल्ड से मिलने वाली धमकियों के बाद ऋतिक ने एक्टिंग छोड़ने का फ़ैसला कर लिया था. हालांकि, अपनी दृढ इच्छाशक्ति से उन्होंने इस मुसीबत का मुक़ाबला किया.
6- स्टार से फ़्लॉपस्टार फिर बने सुपरस्टार
‘कहो ना प्यार है’ फ़िल्म की सफलता के बाद ऋतिक रोशन बॉलीवुड निर्माता-निर्देशकों की पहली पसंद बन चुके थे. ऐसे में उन्होंने एक के बाद एक कई फ़िल्में साइन कर डाली. लेकिन ‘फ़िज़ा’, ‘मिशन कश्मीर’, ‘यादें’, ‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’, ‘ना तुम जानो ना हम’, ‘मुझसे दोस्ती करोगे’ और ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’ फ़िल्मों के फ़्लॉप होने से ऋतिक सुपरस्टार से फ़्लॉपस्टार की श्रेणी में आ गए. लेकिन अपने पिता की सीख और डारेक्शन (कोई मिल गया, कृष सीरीज़) से ऋतिक ने फिर से अपना सुपरस्टार वाला रुतबा हासिल किया.
7- शूटिंग हादसों में हुए कई बार घायल
साल 2004 में ‘कृष’ फ़िल्म की शूटिंग के दौरान ऋतिक 50 फ़ीट की ऊंचाई से गिर गए थे. इस हादसे में वो बच तो निकले, लेकिन इसके बाद से उनकी पीठ में लगातार दर्द रहने लगा. फ़िल्म ‘जोधा-अकबर’ की शूटिंग के दौरान उनके घुटनों में तेज़ दर्द रहा करता था. मेडिकल जांच के बाद डॉक्टरों ने कहा था कि वो कभी ठीक से चल नहीं पाएंगे, लेकिन ऋतिक ने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत कर इससे छुटकारा पाया. साल 2014 में ‘बैंग-बैंग’ फ़िल्म की शूटिंग के दौरान भी ऋतिक को स्टंट करते समय सिर पर चोट लग गई थी. चोट काफी गंभीर थी जिस वजह से उन्हें ब्रेन सर्जरी करानी पड़ी थी. वहीं ‘अग्निपथ’ फ़िल्म की शूटिंग के दौरान ऋतिक को स्लिप डिस्क की समस्या हो गई थी.
8- 17 साल की शादी टूटी, बख़ूबी निभाया पिता का फ़र्ज़
ऋतिक रोशन और सुजैन ख़ान ने साल 2013 में अपनी 17 साल के रिश्ते को ख़त्म कर फ़ैंस को चौंका दिया था. ऋतिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर बताया कि ‘सुजैन ने मुझसे अलग होने और 17 साल पुराने रिश्ते को ख़त्म करने का फ़ैसला किया है. ऐसे में ये समय मेरे परिवार के लिए बेहद तनाव भरा है और मैं मीडिया से गुजारिश करता हूं कि वो हमारी प्राइवेसी में दखल न दें और इसे बनाए रखने में मदद करें’. तलाक के बाद ऋतिक ने सुजैन को एलिमनी में 380 करोड़ रुपये दिए थे. ये देश के सबसे महंगे तलाक में से एक है. तलाक के ऋतिक ने अपने पिता होने का फ़र्ज़ बख़ूबी निभाया.
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