Most Heartwarming Bollywood Songs For Mothers: मां नहीं तो कुछ नहीं…कहते हैं कि हर जगह भगवान नहीं पहुंच सकते इसलिए उन्होंने मां बनाई है, ये बात कभी भी सच लगती है क्योंकि मां वो एहसास है जो हर दर्द को कम कर देता है. मां के बारे में कहते हैं कि उसे सबने मां से सुपरवुमेन समझ लिया है. ऐसा नहीं है मां वाकई ही कुछ अलग ही होती है, जिस बात को कोई महसूस नहीं कर पाता वो मां आसानी से महसूस कर लेती है. ग़लती उसे सुपरवुमेन समझना नहीं है ग़लती ये है कि इस विचार तले उसके संघर्ष को दबा देना. मां है तो सब है. हम कितने भी बड़े हो जाएं तकलीफ़ होने पर मुंह से मां, मम्मी, मम्मा या अम्मा ही निकलता है.

Bollywood Songs For Mothers
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मां के इसी अतुल्य प्यार बॉलीवुड गानों में भी बाख़ूबी दर्शाया गया है, जिन गानों को सुनने के बाद मां के पास होने का एहसास होता है. ये रहे वो दिल को छू लेने वाले बॉलीवुड गाने (Most Heartwarming Bollywood Songs For Mothers)

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1. तू कितनी अच्छी है…. (नेहा कक्कड़)

“दुखन लागी है, मां तेरी अंखियां
मेरे लिए जागी है तू, सारी-सारी रतियां
ओ मेरी निन्दिया पे, अपनी निन्दिया भी
तूने वारी है
ओ मां…”

2. मेरी मां… (ज़ुबिन नौटियाल)

“ख़ामोशियों को मेरी,
तू सुन लेती है
चेहरे को पढ़के मेरा
हाल जान जाती है…”

3. मां मेरी मां…(राहुल वैद्य)

“तेरा ग़ुस्सा भी झूठा है
नाराज़गी तेरी है झूठी
मैं रूठा तुझसे सौ दफ़ा
तू मां एक बार भी न रूठी…”

4. ये बंधन तो… (उदित नारायण और अलका याग्निक)

“तेरे पावन चरणों में
आकाश झुका देंगे हम
तेरी राह में जो शोले हों
तो ख़ुद को बिछा देंगे हम
ये बंधन तो प्यार का बंधन है
जन्मों का संगम है…”

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5. कभी यादों में..(पलक मुच्छल और अरिजीत सिंह)

“तू आसमान मेरा जहां लगे मुझे
तू रास्ते की मंज़िलें लगे मुझे
तू ही मेरी चांदनी वो, रातों को जो हल्की सी जले
तू ही मेरी शाम-ओ-शहर, जो मेरे संग चले…”

6. मेरी मां… (के.के. और प्रीतम)

तेरी बातों में, अपनी हर इक मैं
उलझन का हाल पा लेता था
तेरे हाथों की, रोटी अक्सर ही
भूख से ज़्यादा खा लेता था…”

7. जनम जनम… (आतिफ़ असलम और प्रीतम)

“बचपन से अब तक मां से क्या सीखा
मैं ये जहां को बताऊंगा
जब नाज़ होगा तुमको भी मुझ पर
वो दिन यकीनन मैं लाऊंगा…”

8. तू कितनी अच्छी है…(लता मंगेशकर)

“अपना नहीं तुझे सुख दुख कोई
मैं मुस्काया तू मुस्काई, मैं रोया तू रोई
मेरे हसने पे, मेरे रोने पे
तू बलिहारी है…”

9. मां… (शंकर महादेवन)

“जब भी कभी पापा मुझे
जो ज़ोर से झूला झूलाते हैं मां
मेरी नज़र ढूंढ़े तुझे, सोचूं यही
तू आ के थामेगी मां…”

10. मम्मा… (कैलाश खेर)

“यूं तो मैं सबसे न्यारा हूं
पर तेरा मां, मैं दुलारा हूं
दुनिया में जीने से ज़्यादा उलझन है मां
तू है अमर का जहान…”

11. ऐसा क्यों मां…(सुनिधि चौहान)

“आंखें दिखाये मुझे जब ज़िंदगी,
याद मुझे आती है तेरे ग़ुस्से की
डांटा भी तो तूने मुझे, फूलों की तरह,
क्यों नहीं मां सारी दुनिया तेरी तरह…”

12. चुनर… (अरिजीत सिंह)

“जब जब मुझपे है,
उठा सवाल
माई तेरी चुनरिया लेहराई…”

13. मेरी प्यारी अम्मी…(मेघना मिश्रा)

“मुश्किल में होती हूं
अम्मी मेरी रोती है
ख़ुशी में भी मेरी वो
दुपट्टा भिगोती है…”

14. सोहा साहा…(ज़ेब बंगश)

“टूटा तारा सा छोटा सा
तारा सा टूटा रे…
पूछे वो देखूं तेरी बारी
क्यूं ना सोए..क्यूं तू रोए क्यूं
तू खोए यूं परदेस में हो…”

गाने वो जो दिल को छू जाते हैं.