क्या आपको वो परिवार याद है, जिसमें एक बाबूजी थे, जो हमेशा चाय मांगते रहते थे. जब उन्हें नहीं मिलती थी, तो बाहर से मंगवाने की धमकी देते थे लेकिन मंगवाते नहीं थे. हां वही, जो हमेशा मरने की धमकी भी देते थे. उनकी 2 बहुएं थीं, जिसमें एक की इंग्लिश थोड़ी कमज़ोर थी. एक बेटा था, जो अपनी बीवी को इतनी अच्छी इंग्लिश समझाता था कि उसके सामने ऑक्सफ़ोर्ड की डिक्शनरी भी फ़ेल हो जाए. उस परिवार में बच्चे बड़ों से ज़्यादा समझदार थे.
जी हां बिलकुल सही पहचाना है आपने, हम खिचड़ी की ही बात कर रहे हैं. वही हंसा और प्रफुल की खिचड़ी.
खिचड़ी ने लोगों को उस दौर में आकर हंसाया, जब सब सास-बहू Shows देख-देख कर आंसू बहा रहे थे.
खिचड़ी भारतीय टीवी Shows में से पहला ऐसा शो था, जिसने फ़ैमिली शो को इतना मज़ेदार बनाया था. अब ये अटपटी फ़ैमिली फिर वापस आ गयी है. इस बार भी सब कुछ बिलकुल वैसा ही है. हंसा से लेकर जयश्री, बाबूजी, प्रफुल, हिमांशु सब बिलकुल वैसे ही हैं. न बापू जी की चाय की आदत बदली हैं और न ही हंसा की इंग्लिश में कुछ सुधार आया है. बस अब पारेख परिवार बड़े शहर में आ गया है.
ज़रा देखिये किस कदर आतंक मचा रहा है ये परिवार:
1. इनके नए घर में न छत है और न दीवारें. इस बिना छत और दीवार वाले घर में गेट है. लोग आते-जाते भी गेट से ही हैं. और तो और, गेट बंद होने पर बेल भी बजाते हैं.
2. बैंक लूटने की इनकी प्लानिंग तो देखिये… बापू जी-अन्नास, प्रफुल-समोसा, हंसा-अनारकली और हिमांशु-महेंद्र सिंह धोनी बनते हैं.
3. अब हंसा ने डाइटिंग शुरू कर दी है. उसकी डाइटिंग में समोसे Allowed हैं, लेकिन बेचारी चटनी नहीं. चटनी में फै़ट होता है.
4. जयश्री ने बाबूजी को खाना देना भी शुरू कर दिया है. इसलिए क्योंकि डस्टबिन में फेंकने की जगह नहीं थी और भिखारी ने भी आधा खा कर छोड़ दिया.
5. जयश्री के अलावा काफ़ी लोग हैं, जो बाबूजी को मारना चाहते हैं. हर बार उनको सुसाइड करते-करते कोई न कोई टोक देता है. लास्ट टाइम उन्होंने जयश्री की कपडे़ सुखाने की रस्सी से फांसी लगाने की कोशिश की, पर जयश्री को रस्सी वापस चाहिए थी, तो फांसी लगाना रह गया. ऐसे ही हर बार कुछ न कुछ हो जाता है और बापू जी मर नहीं पाते. बेचारे बापू जी.
6. पारेख परिवार के इस नए घर का टॉयलेट भी पोर्टेबल है. जब हिमांशु का दिल करता है, तब वो पॉट को बाथरूम में रख देता है और जब उसका मन टीवी देखने का करता है, तब उसी पॉट को उठा कर हॉल में रख देता है.
7. हिमांशु अब पेंटिंग करने लगा है. उसने ‘कॉफ़ी विद करन’ की तस्वीर बनाई, जिसमे करन नहीं है क्योकि शूटिंग अभी शुरू नहीं हुई. ‘पिंक’ का पोस्टर भी बनाया है बिना श्री देवी के, क्योकि श्री देवी पिंक में थी ही नहीं. ये मेरा नहीं प्रफु़ल का लॉजिक है.
8. इनके घर का AC भी बहुत इकोफ्रैंडली है, वो बिजली से नहीं बल्कि बाबूजी के हाथ से चलता है.
9.हंसा ने घर का काम करना शुरू कर दिया है. वो नारियल को आलू समझ के चाकू से काटती है और मटर को भी चाकू से ही काटती है.
10. हंसा के Surprise बर्थडे केक पर ‘हैप्पी बर्थडे हंसा’ हिंदी या इंग्लिश में न लिख कर, पंजाबी में लिखवाया है. ताकि उसे पता न चले कि ये केक उसकी बर्थडे पार्टी के लिए है.
‘भगवान! ये बड़े लोग-बड़े लोग’.