अभिनेता इरफ़ान ख़ान अब इस दुनिया में भले ही नहीं हैं, पर उनकी यादें हमें रोज़ाना उनके होने का एहसास दिलाती हैं. अभिनेता के जाने के बाद कुछ किस्से ऐसे भी सामने हैं. जो बताते हैं कि वो सिर्फ़ पर्दे पर ही दिल जीतने वाले रोल नहीं निभाते थे, बल्कि असल ज़िंदगी में भी वो लोगों का दिल जीतना जानते थे. कमाल की बात ये है कि उन्होंने अपने इन नेक कार्यों की किसी को कानों-कान ख़बर तक नहीं होने दी.

ये इरफ़ान ख़ान के अच्छे कार्यों का ही नतीजा है, जो आज महाराष्ट्र में ग्रामीणों ने उनके जाने के बाद गांव का नाम बदलने का निर्णय लिया है. अब इगतपुरी गांव का आधिकारिक नाम हीरो-ची-वादी होगा. इसका हिंदी में मतलब है ‘नायक का पड़ोस’. इस बात की पुष्टि ज़िला परिषद के सदस्य गोरख बोडके ने इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान की.

इरफ़ान ख़ान ने इगतपुरी के लोगों की काफ़ी सहायता की थी. जब भी यहां के लोगों को किसी मदद की आवश्यकता हुई, इरफ़ान ख़ान हमेशा उनके साथ खड़े रहे. इरफ़ान ख़ान की वजह से कई परिवारों के बच्चों को अच्छी शिक्षा और ज़रूरत पर एम्बुलेंस मिल पाई. बोडके का कहना है कि जब उन्होंने इरफ़ान ख़ान से एम्बुलेंस की गुज़ारिश की, तो उन्होंने बिना दो बार सोचे एम्बुलेंस डोनेट कर दी. वो कई परिवारों के संरक्षक थे. इतना ही नहीं उन्होंने वीकेंड पर लोगों से मिलने के लिये एक प्लॉट भी ख़रीदा हुआ था.

इसके साथ ही वो गांव के छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिये समय-समय पर मिठाई भी भेजते थे. वो नोटबुक से लेकर स्वेटर तक छात्रों की हर ज़रूरत पूरी करते, ताकि उनकी पढ़ाई में कोई रुकावट न हो.
इरफ़ान की यही अदा उन्हें हमारे बीच हमेशा ज़िंदा रखेगी.
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