Satya Then And Now: मुंबईया क्राइम फ़िल्म सत्या का नाम लेते ही सबसे पहले दिमाग़ में ‘सपने में मिलती है ओ कुड़ी मेरी सपने में मिलती है …’ गाना याद आता है. भले ही फ़िल्म को 24 साल हो चुके हैं लेकिन ये गाना आज भी उतना फ़्रेश और नया है. ऐसी कोई शादी नहीं जिसमें ये गाना न बजा हो, इस गाने के बिना हर शादी अधूरी है. इस फ़िल्म की कहानी को सौरभ शुक्ला और अनुराग कश्यप ने लिखी है. 1998 में ये फ़िल्म 2 करोड़ रुपये की लागत से बनी थी और बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन 15 करोड़ रुपये था. इसके निर्देशक राम गोपाल वर्मा थे.
फ़िल्म में जेडी चक्रवर्ती, उर्मिला मातोंडकर, मनोज बाजपेयी, शेफ़ाली शाह, सौरभ शुक्ला, गोविंद नामदेव और मकरंद देशपांडे सहित कई मंझे हुए कलाकार थे. चलिए देखते हैं, 24 साल बाद ये कलाकार कितना बदल चुके हैं.
Satya Then And Now
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1. जे.डी. चक्रवर्ती (J. D. Chakravarthy)
किरदार: सत्या
2. उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar)
किरदार: विद्या
3. मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee)
किरदार: भीकू म्हात्रे
4. सौरभ शुक्ला (Saurabh Shukla)
किरदार: कल्लू मामा
5. शेफ़ाली शाह (Shefali Shah)
किरदार: प्यारी म्हात्रे
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6. परेश रावल (Paresh Rawal)
किरदार: पुलिस कमिश्नर अमोद शुक्ला
7. मकरंद देशपांडे (Makrand Deshpande)
किरदार: एडवोकेट चंद्रकांत मुले
8. मनोज पाहवा (Manoj Pahwa)
किरदार: तबेला
9. संजय मिश्रा (Sanjay Mishra)
किरदार: विट्ठल मांजरेकर
10. आदित्य श्रीवास्तव (Aditya Srivastava)
किरदार: इंस्पेक्टर खांडिल्कर
11. गोविंद नामदेव (Govind Namdeo)
किरदार: ठाकुरदास झावले, भाऊ
आपको बता दें, इस फ़िल्म को कई कैटेगरी में Filmfare Award जीते. साथ ही मनोज बाजपेयी को भीकू म्हात्रे के लिए नेशनल अवॉर्ड से नवाज़ा गया था.