बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह की मौत के बाद से ही चारों तरफ Nepotism की चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर #nepotismkilledsushant के ज़रिये लोग इस पर अपने-अपने विचार जाहिर कर रहे हैं. इस बहस के बीच चलिए आपको कुछ ऐसे लोगों के बारे में बता देते हैं जो फ़िल्मी दुनिया से ताल्लुक न रखते हुए अपने दम पर यहां सफ़लता के शिखर तक पहुंचे हैं.
1. पंकज त्रिपाठी

पंकज त्रिपाठी फ़िल्मी दुनिया से ताल्लुक नहीं रखते थे पर फिर भी उन्होंने यहां ख़ूब नाम कमाया है. कई छोटे मोटे रोल करने के बाद उन्हें ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर. से पहचान मिली थी. वो कई वेब सीरीज़ और फ़िल्मों में काम कर अपनी अदाकारी का जलवा दिखा चुके हैं.
2. इरफ़ान ख़ान

इरफ़ान ख़ान तो बॉलीवुड का नगिना थे. उन्हें इस साल ही हमने खोया है. उनके जाने के बाद जो खालीपन इंडस्ट्री में हुआ है वो शायद ही कोई भर पाएगा. इरफ़ान ने भी काफ़ी स्ट्रगल के बाद साल 2003 में फ़िल्म ‘हासिल’ से बॉलीवुड में कदम रखा था. एक ऑउटसाइडर होते हुए भी उन्होंने लोगों के दिलों और इंडस्ट्री में बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया.
3. अक्षय कुमार

हम सभी को पता है कि अक्षय कुमार फ़िल्मों में आने से पहले थाईलैंड के एक होटल में वेटर और कुक का काम किया करते थे. जब वो मुंबई में आए थे तब उनके पास पोर्टफ़ोलियो बनवाने के लिए भी पैसे नहीं थे. अब उनकी फ़िल्में करोड़ों रुपयों का कारोबार करती हैं. उन्होंने अब तक क़रीब 130 फ़िल्मों में काम किया है.
4. शाहरुख़ ख़ान

शाहरुख़ ख़ान ने भी छोटे पर्दे पर कई सीरीयल्स में काम करने के बाद फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा था. एक आउटसाइडर होते हुए भी उन्होंने बॉलीवुड में ख़ूब नाम कमाया. वो सदा छोटे पर्दे को अपनी सफ़लता का श्रेय देते हैं. शाहरुख़ ने एक बार कहा था कि अगर उनकी फ़िल्में नहीं चलती हैं तो वो फिर से टीवी इंडस्ट्री की तरफ चले जाएंगे.
5. विद्या बालन

विद्या बालन ने भी टीवी सीरियल ‘हम पांच’ में शालीन सी भूमिका निभाकर अपने करियर की शुरुआत की थी. अब उनकी गिनती देश की बेस्ट एक्ट्रेसेस में की जाती है. उनके रास्ते में भी कई अड़चनें आईं पर वो सबका डटकर सामना करती गईं और एक सफ़ल अभिनेत्री के रूप में ख़ुद को यहां स्थापित किया
6. कंगना रनौत

कंगना रनौत 16 साल की उम्र में ही घर छोड़ कर अपना करियर बनाने दिल्ली आ गई थीं. यहां उन्होंने एक बड़ी माडलिंग कंपनी के साथ काम की शुरुआत की. बाद में उसने कंगना को मुंबई भेजा पर बीच मंझधार में ही उन्हें अकेला छोड़ दिया. यहां कंगना ने ख़ूब स्ट्रगल किया और उन्हें फ़िल्म ‘गैंगस्टर’ के लिए सेलेक्ट कर लिया गया. उसके बाद कंगना ने कई सुपरहिट फ़िल्मों में काम किया और यहां अपनी ख़ुद की पहचान बनाई.
7. आयुष्मान ख़ुराना

आयुष्मान ख़ुराना के चाहने वालों की भी कोई कमी नहीं है. उन्होंने अपनी एक्टिंग के दम पर लोगों के दिलों में ख़ास जगह हासिल की है. एमटीवी के शो से लेकर पहली फ़िल्म ‘विक्की डोनर’ तक आयुष्मान ने भी ख़ूब स्ट्रगल किया है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म नहीं होता तो वो ‘विक्की डोनर’ से पहले ही फ़िल्मों में काम करने लगते.
8. राजकुमार राव

राजकुमार राव ने अपने करियर की शुरुआत फ़िल्मों में छोटे-मोटे किरदारों से की थी. आज उनकी गिनती इंडस्ट्री के बेस्ट एक्टर्स में होती है. उन्हें लोग टैलेंट का पॉवरहाउस कहते हैं. वो भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि बॉलीवुड में नेपोटिज़्म है. इसकी वजह से ही कई फ़िल्मों में टैलेंटेड लोग काम करने वंचित रह जाते हैं.
9. नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी

नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी फ़िल्म इंडस्ट्री में एक्टर बनने के इरादे से आए थे. अपने स्ट्रग्लिंग डेज़ में उन्होंने कई फ़िल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाई. काफ़ी संघर्ष करने के बाद ये इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना पाए. इनकी गिनती भी आज इंडस्ट्री के टैलेंटेड एक्टर्स में होती है.
10. सुशांत सिंह राजपूत

इसके सबसे बड़े उदाहरण तो सुशांत सिंह ही थे. जो पटना से एक्टर बनने का सपना लिए मुंबई आए थे. 2008 में सुशांत ने बालाजी के शो ‘किस देश में है मेरा दिल’ के लिए ऑडिशन दिया था. इसके बाद ‘पवित्र रिश्ता’ सीरियल में कई सालों तक काम करने के बाद 2013 में ‘काय पो छे’ से फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा था. ‘एम. एस. धोनी’, ‘केदारनाथ’, ‘छिछोरे’ उनकी कुछ हिट फ़िल्में रही हैं. वो भी मानते थे कि इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म है.
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