नेहा कक्कड़ बॉलीवुड का एक ऐसा नाम है, जो आज जवां धड़कनों की आवाज़ बनी हुई है. हर युवा के दिलो-दिमाग में सिर्फ़ नेहा कक्कड़ के ही गाने हैं. इनके गानें यंगिस्तान को अपना दीवाना बना रहा है. इन्होंने अब तक बॉलीवुड को कई सुपरहिट गाने दिये, जिन पर आज युवा थिरकते नज़र आते हैं. मगर ‘काला चश्मा’ जैसा सुपरहिट गाना गा चुकीं नेहा कक्कड़ के बचपन के बारे में जानकर आपको काफ़ी हैरानी होगी.

दरअसल, बॉलीवुड में धीरे-धीरे अपना दबदबा कायम कर रही नेहा का बचपन काफ़ी दयनीय स्थिति में गुज़रा है. नेहा का परिवार आर्थिक रूप से इतना कमज़ोर था कि उन्हें पढ़ाई के लिए खुद से पैसे कमाने पड़ते थे. पढ़ाई किसी तरह बाधित न हो, इसलिए नेहा अपने भाई-बहन के साथ रात में जागरण में गाना गाया करती थीं.

हिंदुस्तान टाइम्स को दिये इंटरव्यू में नेहा ने अपने बचपन से जुड़ी कई सारी बातों का ज़िक्र किया है. उन्होंने अपने बचपन के संघर्ष के बारे में ऐसी बातें बताई हैं, जिन्हें सुनकर उनके फैन्स भी हैरान हो जाएंगे. इंटरव्यू के मुताबिक, नेहा के पिता की समोसे की एक छोटी सी दुकान थी.

इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनका बचपन काफ़ी कठिनाइयों में बीता है. नेहा जागरण में गाकर पैसे कमाया करती थीं. सर्दी हो या गर्मी, हर मौसम में नेहा अपने भाई-बहन के साथ शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक जागरण में गाया करती थीं.

नेहा ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा, मेरे पिता दीदी सोनू कक्कड़ के स्कूल के बाहर ही समोसे बेचा करते थे. दीदी को उनके स्कूल के बच्चे अकसर ताना मारते थे. एक दिन एक बच्चे ने दीदी को कहा कि ‘तू बड़ी-बड़ी बात मत कर, बाहर जाकर समोसे बेच’. उनको यह बात इतनी बुरी लगी कि वो दिन भर रोती रहीं. जब मैंने ये बात सुनी, तो उसी वक़्त हमने ठान लिया कि हम अपने पापा की पहचान बनाकर रहेंगे, ताकि हम में से किसी को ताने सुनने को न मिले.

उसके बाद नेहा ने कभी अपने करियर के अलावा इधर-उधर नहीं देखा और लगातार परिश्रम करती रहीं. परिणाम ये हुआ कि नेहा कक्क़ड़ आज बॉलीवुड के फे़मस सिंगर्स में शामिल हो चुकी हैं.

Source: hindustantimes