ग्रेट बैरियर रीफ़, ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के तट के साथ बनी विश्व की सबसे बड़ी मूंगे की दीवार है. कोरल-सी में मौजूद ये दुनिया का सबसे बड़ा कोरल रीफ़ सिस्टम है, जो खुद में 2,900 चट्टानों और 940 आइलैंड्स को समेटे हुए है.
वैज्ञानिकों को यहां एक नीला गड्ढा मिला है. इस गड्ढ़े में एक्सपर्ट्स को स्वस्थ मूंगा मिला. ज़्यादातर रीफ़ कोरल ब्लीचिंग से ग्रस्त है. ब्लीचिंग वॉर्मिंग के कारण होती है.
समुद्री जीवविज्ञानी जॉनी गस्केल ने इस अविश्वसनीय प्राकृतिक खोज की तस्वीर इन्स्टाग्राम पर पोस्ट की है. इस जगह पहुंचने के लिए उन्हें रात भर 10 घंटे सफ़र करना पड़ा था.
कहा जा रहा है कि ये गड्ढा बेलिज़ में स्थित प्रसिद्ध ग्रेट ब्लू होल से भी बड़ा हो सकता है.
इस साल की शुरुआत में वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी थी कि ग्रेट बैरियर रीफ़ नष्ट हो सकता है. उसके मृत ज़ोन्स के ठीक होने की सम्भावना न के बराबर है. ये जगह ‘मास ब्लीचिंग’ के कारण समुद्री बंजर बनने की ओर बढ़ रही थी.
हवाई सर्वेक्षण में इस आशंका की पुष्टि भी हो गयी थी. ये रीफ़ मछलियों की 1,500 प्रजातियों, 411 तरह के सख्त मूंगे और अन्य जीवों का घर है. ग्रेट बैरियर रीफ़ को यूनेस्को ने 1981 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया गया था.