Stress Reliever Art Therapy: तनाव, आजकल की लाइफ़स्टाइल में ये बिन बुलाए मेहमान की तरह है, जिसे जितना दूर रखना चाहो वो आ ही जाता है क्योंकि हम सभी एक-दूसरे से आगे बढ़ने के लिए भाग रहे हैं, जब इस रेस में हार जाते हैं तो स्ट्रेस हमारे दिमाग़ में दस्तक दे देता है. अब लाइफ़स्टाइल और वर्कप्लेस को कॉम्प्टीशन को कम करना तो मुश्किल है, लेकिन इससे निपटने के लिए ज़रूर कुछ किया जा सकता है. स्ट्रेस से निपटने का सबसे अच्छा ज़रिया आपका शौक़ है, जैसे कुछ लोगों का स्ट्रेस एक्सरसाइज़, पेंटिंग, रनिंग, वॉकिंग और डांसिंग से दूर होता है. इनमें सबसे ज़्यादा पेंटिंग या आर्ट के ज़रिए लोगों का स्ट्रेस दूर होता है. ऐसे ही कुछ आर्ट थैरेपी (Stress Reliever Art Therapy) हैं जो आपके स्ट्रेस को दूर करेंगी.
ये थैरेपी यूक्रेनी मनोवैज्ञानिक और कला चिकित्सक Victoria Nazarevich ने बताई हैं, जो हमारे दिमाग़ को शांत करने में हेल्प करेंगी. इससे पहले जानते हैं स्ट्रेस क्यों होता है और इसके नुकसान क्या हैं?
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Stress Reliever Art Therapy
स्ट्रेस क्या है?
आजकल स्ट्रेस या तनाव होना सामान्य बात है क्योंकि न तो नींद पूरी हो रही हैं और न ही सपने. ऐसे में जब हम किसी मुश्किल से नहीं निपट पाते हैं तो स्ट्रेस जन्म लेता है. इसके होने पर एड्रेनालाइन (Adrenaline) हमारे पूरे शरीर में दौड़ने लगता है, जिससे दिल की धड़कन बढ़ जाती है और घबराहट होने के साथ-साथ सिरदर्द होने लगता है, पसीना आने लगता है और शरीर हल्का लगता है. कुछ लोगों के तो रोएं भी खड़े हो जाते हैं.
तनाव से होने वाले नुकसान
स्ट्रेस से हमारा इम्यून सिस्टम कमज़ोर होता है और अम्यूनिटी कमज़ोर होने से शरीर बीमारियों का घर बनने लगता है. जैसे, दिल संबंधी बीमारी होना, ऐसा होने पर उम्र कम होने लगती है. इतना ही नहीं, सेक्स लाइफ़ पर भी बुरा असर पड़ता है.
ये रहीं वो आर्ट थैरेपी (Stress Reliever Art Therapy) जिनसे स्ट्रेस को भगाया जा सकता है:
1. Boring फ़ील होने पर
एक खाली पेपर या शीट लें और उसे अलग-अलग कलर से पूरा भर दें, देखिएगा बोरियत दूर हो जाएगी.
2. उदास महसूस होने पर
उदास होने पर Rainbow कलर लो और इंद्रधनुष बनाना है तो वो बनाओ नहीं तो उन्हीं कलर से कुछ और बना लो, देखना चेहरा पर स्माइल आ जाएगी.
3. सुस्ती या आलस आने पर
4. कंफ़्यूज़्ड होने पर
किसी बात को लेकर कंफ़्यूज़ हो तो पेपर और पेंसिल उठाओ और इंडियन मंडाला पेंटिंग ड्रॉ कर लो.
5. चिंता महसूस होने पर
अगर किसी अपने के लिए चिंता हो रही है तो क्यूट सी स्ट्रिंग डॉल बनाओ देखना चिंता दूर होगी और समस्या का हल मिल जाएगा. इसके अलावा, Origami शीट लेकर उसे फ़ोल्ड करें और अपनी चिंता को भगाएं.
6. Nostalgic फ़ील होने पर
कुछ भी ऐसी डिज़ाइन बनाएं जो आपको आपके बचपन में ले जाए या फिर उस डिज़ाइन से आप कहीं खो जाएं, जैसे भूल-भुलैय्या होती है.
7. थकान होने पर
ख़ूबसूरत से छोटे-छोटे, प्यारे-प्यारे कलरफ़ुल फूल बनाओ, थकान भाग जाएगी.
8. ग़ुस्सा होने पर
पेपर लेकर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में फाड़ लो फिर इन टुकड़ों को हवा में उड़ाओ, ग़ुस्सा आना बंद हो जाएगा.
9. Stuck हो जाने पर
Spirals बनाना शुरू कर दो, अगर किसी बात में या किसी रिश्ते में फंसे हैं तो देखना जैसे-जैसे ये Spirals बनेंगे आप उससे बाहर आते जाएंगे.
10. हताश होने पर
रंगों से लंबी सड़क बनाएं वो सड़क आपको हताशा से दूर ले जाएगी और एक ख़ुशनुमा ज़िंदगी पर पहुंचा देगी.
11. Hurt होने पर
अगर कभी भी दिल दुखा हो Hurt महसूस हो तो मिट्टी के बर्तन या कुछ भी बनाने लग जाओ.
12. ग़ुस्सा होने पर
ग़ुस्सा होने पर रिलैक्स होने के लिए सिंपल सीधी लाइन या पैटर्न ड्रॉ करें, काफ़ी रिलैक्स महसूस होगा.
बच्चें हों या बड़े इन सभी थैरेपी को सब लोग आज़मा सकते हैं.