World Health Day: केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ होना मतलब पूर्ण रूप से स्वस्थ होना ऐसा नहीं होता. बल्कि जब हम शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तीनों स्तर पर स्वस्थ रहते हैं, तब हम असल मायनों में हम खुद को स्वस्थ मान सकते हैं. और इसी उद्देश्य के साथ हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day) मनाया जाता है.
तो आइए जानते हैं कि, कब और कैसे हुई थी ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस‘ (World Health Day) की शुरुआत और स्वास्थ से जुड़े 10 वैश्विक इंट्रेस्टिंग फ़ैक्ट्स –
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World Health Day
कब और कैसे हुई थी ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ की शुरुआत
साल 1948 में 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO – World Health Organization) की स्थापना की गई थी, जबकि विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने की शुरुआत साल 1950 में ही WHO द्वारा की गई थी, तब से पूरे विश्व में इसे ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ (World Health Day) के रूप में मनाया जा रहा है. 1950 से ही WHO से जुड़े सभी देश विश्व स्वास्थ्य दिवस को मना रहे हैं. जैसे-जैसे WHO से नए देश जुड़ते गए वैसे-वैसे विश्व स्वास्थ्य दिवस का प्रसार होता गया. और WHO की अधिकृत वेबसाइट www.who.int के मुताबिक़ वर्तमान में 194 देश WHO के सदस्य हैं.
विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम (World Health Day 2022 Theme)
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 (World Health Day 2022) की थीम है, ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य (Our planet, Our Health)’. साल 2022 की थीम का उद्देश्य ये है कि, हमारा ग्रह और उस पर रहने वाले लोगों की भलाई की ओर पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करना है.
विश्व स्वास्थ से जुड़े 10 रोचक तथ्य
1. हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण
दुनिया भर में, ‘हृदय रोग’ (Cardiovascular Diseases) मृत्यु का प्रमुख कारण हैं. दुनिया में अब तक हृदय रोग से अब तक 30% लोगों की जान जा चुकी है.
2. 80% मृत्यु को रोका जा सकता है
समय से पहले होने वाली इन मौतों में से कम से कम 80% मौत को हेल्दी डायट लेकर, नियमित शारीरिक वर्कआउट करके और तंबाकू का सेवन न करके रोका जा सकता है.
3. इन सुधारों से बच सकती हैं लाखों जानें
स्वच्छता, वॉटर सप्लाई और वॉटर रिसोर्स मैनेजमेंट में सुधार करके दुनिया भर में लगभग 10% बीमारियों और 6.3% मौतों को रोका जा सकता है.
4. ज़्यादातर इन बीमारियों से हो रही बच्चों की मृत्यु
हर साल, 5 साल से कम उम्र के लगभग 70 लाख बच्चों की मृत्यु हो जाती है. इनमें से 97% मौतें विकासशील देशों (Developing Countries) में होती हैं. इन मौतों के पीछे मुख्य वजह निमोनिया, डायरिया, भुखमरी और कुपोषण जैसी संक्रामक बीमारियां हैं.
5. 4 करोड़ लोग HIV से पीड़ित हैं
ऐसा अनुमान है कि, वर्तमान में दुनिया भर में 4 करोड़ लोग एचआईवी (HIV) या एड्स से पीड़ित हैं. और इसमें से लगभग 70% मामले केवल सहारा अफ़्रीका में मौजूद हैं.
6. स्वास्थ्य लागत की वजह से 10 करोड़ लोग हुए ग़रीब
कोरोना महामारी और दूसरे स्वास्थय समस्याओं की वज़ह से लगने वाली स्वास्थ्य लागत ने 10 करोड़ लोगों को ग़रीबी में धकेल दिया.
7. हर साल 1.5 करोड़ बच्चे समय से पहले जन्म लेते हैं
समय से पहले जन्म, प्रेगनेंसी के 37 हफ़्ते से पहले जन्म, वैश्विक स्तर पर शिशु मृत्यु दर (Infant Death Rate) का सबसे आम कारण है. हर साल 1.5 करोड़ बच्चे समय से पहले जन्म लेते हैं और उनमें से 1 करोड़ से अधिक बच्चों की मौत हो जाती हैं.
8. वैश्विक औसत जीवन आशा बढ़ी
पिछले 20 सालों में वैश्विक औसत जीवन आशा (Global Average Life Expectancy) में अद्भुत बढ़ोत्तरी हुई है.
9. प्रसव से जुड़ी जटिलता के कारण हो रही मृत्य
एक रिपोर्ट के अनुसार, गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी जटिलता के कारण हर रोज़ 800 महिलाओं की मौत हो जाती है.
10. सीमित लोगों तक हैं स्वास्थ्य सेवाएं
दुनिया में आधे से भी कम लोगों की आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच है. भारत में आज भी कई ऐसे पिछड़े गांव हैं, जहां नहीं है किसी प्रकार की स्वास्थ सेवाएं.
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