Top 8 Mathematician of India: भारत के प्राचीन गणितज्ञ आर्यभट्ट को ज़ीरो (Zeero) के जनक के तौर पर जाना जाता है. प्राचीन काल में ‘ब्रह्मगुप्त’, ‘भास्कर’ और ‘आर्यभट्ट’ भारतीय गणित की पहचान हुआ करते थे. इनके बाद भी देश के कई गणितज्ञों ने दुनियाभर में अपने गणितीय टैलेंट के झंडे गाड़े हैं. इसीलिए आज पूरी दुनिया में भारत को गणित (Mathematics) के फ़ील्ड में भारतीय गणितज्ञों (Mathematician) को काफ़ी तवज़्ज़ो दी जाती है. हम भारतीयों के लिए मैथ्स हमेशा से एक इमोशन की तरह रही है, जिसे हम बचपन से न केवल पसंद करते आये हैं, बल्कि एक दिन इसके कीड़े बनने की क्षमता भी रखते हैं. भारत में आज भी अन्य विषयों के मुक़ाबले गणित को एक कठिन विषय के तौर पर जाना जाता है.
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चलिए आज आपको भारत के उन महान गणितज्ञों के बारे में बता देते हैं जिन्होंने पूरी दुनिया में अपने टैलेंट का डंका बजाया-
1- श्रीनिवास रामानुजन
दुनिया के महान गणितज्ञों में से एक श्रीनिवास रामानुजन (Srinivasa Ramanujan) को आज तक उनके ख़ास टैलेंट की वजह से याद किया जाता है. 32 साल की उम्र में रामानुजन ने गणित के तक़रीबन 3900 के सफ़ल रिज़ल्ट दिए थे. आज दुनिया भर के गणितज्ञ उनके सभी Identities और Equations को सही मानते हैं. मैथ्स में ‘2520’ को ‘रामानुजन नंबर’ के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा मैथ्स में ‘1729’ भी एक ख़ास संख्या मानी जाती है. इस नंबर की खोज का श्रेय रामानुजन और हार्डी को जाता है. इसीलिए इस नंबर को ‘रामानुजन नंबर’ या ‘हार्डी-रामानुजन नंबर’ भी कहा जाता है.
8 Famous Indian Mathematicians Of All Time
2- के. आर. पार्थसारथी
के. आर. पार्थसारथी मैथमेटिशन, स्टैटिस्टियन और प्रोबबिलिस्ट के तौर पर मैथ्स और फ़िजिक्स के क्षेत्र में ख़ूब नाम कमाया है. पार्थसारथी देश के प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञों की सूची में शुमार होते हैं. वो ‘क्वांटम स्टोचैस्टिक कैलकुलस’ के निर्माता थे, ये गणित की एडवांस ब्रांच है जो सांख्यिकी और कैलकुलस सिद्धांतों को जोड़ती है. पार्थसारथी ने कई वर्षों तक इस क्षेत्र में काम किया और अपना जीवन विभिन्न प्रकार के गणितीय रिसर्च के लिए समर्पित कर दिया.
3- दत्तात्रेय रामचंद्र कापरेकर
दत्तात्रेय रामचंद्र कापरेकर भी भारत के महान गणितज्ञों में से एक हैं. डी आर कापरेकर के नाम से मशहूर इस गणितज्ञ को पूरी दुनिया विभाजन संख्याओं (Partitioning Numbers) के नंबर सिस्टम, ‘कापरेकर कॉन्स्टैंट’ और ‘कापरेकर संख्याओं’ की खोज के लिए जानती है. कापरेकर कॉन्स्टैंट एक ऐसी संख्या है, जो किसी संख्या को बार-बार विभाजित करने और जोड़ने पर स्थिर रहती है. ये संख्या 6174 है जिसे ‘कापरेकर कॉन्स्टैंट’ के रूप में जाना जाता है. इसे मैजिकल नंबर भी कहा जाता है. साल 1949 से लेकर अब तक ये संख्या दुनियाभर के गणितज्ञों के लिए एक पहेली बनी हुई है.
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4- नरेंद्र करमाकर
नरेंद्र करमाकर ने आईआईटी बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद पीएचडी करने के लिए अमेरिका चले गए. नरेंद्र करमाकर को लाइनर प्रोग्रामिंग प्रॉब्लम्स को हल करने के लिए Polynomial Algorithms के आविष्कार करने के लिए जाना जाता है. नरेंद्र करमाकर को आज भी इंटरनेशनल टेक्नोलॉजी एंड मैथमेटिक्स के फ़्यूजन ‘एल्गोरिदम’ की खोज के लिए जाना जाता है.
5- पीसी महलानोबिस
प्रशांत चंद्र महालनोबिस जिन्हें ‘भारतीय सांख्यिकी के जनक’ के रूप में जाना जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ हैं. सांख्यिकी में उनके योगदान में ‘कॉन्सेप्ट ऑफ़ पायलट’ और ‘लार्ज स्केल सर्वे’ के डेवलपमेंट शामिल हैं. इन्हीं ने महालनोबिस को भारत के महानतम गणितज्ञों में स्थान दिलाया है. बता दें कि ‘महालनोबिस मॉडल’ का इस्तेमाल देश की दूसरी पंचवर्षीय योजना में भी किया गया था, जो औद्योगीकरण पर केंद्रित थी. पीसी महालनोबिस ने ही ‘भारतीय सांख्यिकी विज्ञान संस्थान’ की स्थापना भी की थी.
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6- सत्येंद्र नाथ बोस
सत्येंद्र नाथ बोस भी भारत के महान गणितज्ञ और भौतिक विज्ञानी थे, जो Theoretical Physics में विशेषज्ञता रखते थे. साल 1920 के दशक की शुरुआत में अपने क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) पर काम के लिए बोस सांख्यिकी (Bose Statistics) की नींव रखने और बोस कंडेनसेट (Bose Condensate) के सिद्धांत के लिए जाना जाता है. सत्येंद्र नाथ बोस को केवल भौतिकी और गणित में ही नहीं रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, खनिज विज्ञान, दर्शन, कला, साहित्य और संगीत सहित विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक रुचि थी.
7- शकुंतला देवी
शकुंतला देवी अपनी मेंटल कैलक्यूलेशन की वजह से दुनियाभर में ‘ह्यूमन कंप्यूटर’ के नाम से मशहूर थीं. शकुंतला देवी का जन्म साल 1929 में बैंगलोर में हुआ था. वो बचपन से ही कैलक्यूलेशन में माहिर थीं. कुछ सालों तक देश में रहने के बाद वो लंदन चली गईं. साल 1982 में शकुंतला देवी ने ‘कैलक्यूलेशन’ से जुड़ा एक ‘गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ अपने नाम किया था. साल 2021 में मैथमेटिशियन शकुंतला देवी की बायोपिक बनी थी, जिसमें एक्ट्रेस विद्या बालन ने उनका किरदार निभाया था.
8- सी. आर. राव
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक सी. आर. राव मशहूर गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद हैं. उनका पूरा नाम कल्यामपुड़ी राधाकृष्ण राव है, लेकिन मैथ्स के फ़ील्ड में वो सी. आर. राव के नाम से मशहूर हैं. सी. आर. राव आज भी 102 साल की उम्र में अमेरिका की ‘पेन्सिल्वानिया स्टेट युनिवर्सिटी’ में गेस्ट प्रोफ़ेसर और ‘बफैलो विश्वविद्यालय’ में रिसर्च प्रोफेसर हैं. श्री राव को देश दुनिया की कई बड़ी डिग्रियां और पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.
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