Heads And Tails: क्रिकेट का मैदान हो या फिर गली क्रिकेट का कोई मैच Heads And Tails से ही इन सबकी शुरुआत होती है. ये ‘हेड्स एंड टेल्स’ भी कमाल की चीज़ है. इन दो शब्दों पर लोगों का इतना विश्वास है कि कभी-कभी तो भगवान के प्रति श्रद्धा भी इसके आगे कम दिखाई देने लगती है. क्योंकि लोग इस पर आंख बंद करके भरोसा कर लेते हैं. इतना ही नहीं जब किसी मुद्दे पर दो पक्षों के बीच घमासान मची हो तो उस वक़्त भी ‘हेड्स एंड टेल्स’ ही इसका निपटारा करता है. ये दो शब्द बड़ी से बड़ी समस्या को चुटकियों में निपटाने की ताक़त रखते हैं.

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बचपन में जब हम भाई-बहन खाने की किसी चीज़ को लेकर आपस में भिड़ जाते थे तो अंत में ‘Heads And Tails’ से ही इसका निपटारा करते थे. जब कई बार हम किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच पाते हैं तो आख़िर में हमें ‘Heads And Tails’ पर ही निर्भर रहना पड़ता है. शोले फ़िल्म में तो आपने देख ही होगा. जय और वीरू किस तरह से सिक्के से अपनी क़िस्मत के फ़ैसले लेते हैं.

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आमतौर पर अंग्रेज़ी भाषा में सिक्के के दो साइड्स को Heads And Tails कहा जाता है. हेड्स वाली साइड को मुख्य (Obverse), जबकि टेल्स वाली साइड को पिछला (Reverse) भाग कहा जाता है. यदि सिक्के पर कोई चित्र नहीं है, तो मूल्य दिखाने वाले पक्ष को उल्टा माना जाता है. भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में सिक्के के दोनों साइड्स को ‘हेड्स एंड टेल्स’ ही कहा जाता है.

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रोमन सम्राट से जुड़ा है इसका इतिहास  

प्राचीन रोम में सिक्के के दो पक्षों को ‘Caesar And Ship’ कहा जाता था. इसे रोमन में ‘Navia Aut Caput’ भी कहा जाता है. इस दौरान रोमन सिक्के के मुख्य भाग में सम्राट की तस्वीर, जबकि दूसरी तरफ़ एक जहाज का चित्र बना होता था. दरअसल, सिक्के के दोनों पक्षों का इतिहास बेहद पुराना है. इन दो शब्दों की जड़ें रोमन सिक्कों से जुड़ी हुई हैं. इनमें एक तरफ सम्राट की तस्वीर, जबकि दूसरी तरफ़ मूल्य अंकित होता था. ये प्रथा आज भी दुनिया के कई देशों में प्रचलित है.

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अंग्रेज़ों की दें है Heads And Tails

11वीं सदी में ब्रिटेन में सिक्के के दोनों पक्षों को ‘Cross And Pile’ कहा जाता था. ब्रिटेन में ‘Cross and Pile’ नाम का सिक्कों का एक गेम भी खेला जाता है. लेकिन समय के साथ सीके के दो पक्ष बदलकर ‘Heads And Tails’ बन गये. ब्रिटिश सिक्कों में आज भी एक तरफ़ किंग या क़्वीन की तस्वीर और दूसरी तरफ़ मूल्य अंकित होता है. इस दौरान किंग या क़्वीन की तस्वीर वाले पक्ष को ‘Heads’ और दूसर पक्ष को ‘Tails’ कहा जाता था. अंग्रेज़ों ने पूरी दुनिया पर राज किया, इसलिए सिक्के के दोनों पक्ष पूरी दुनिया ‘Heads And Tails’ के नाम से मशहूर हो गये.

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आसान भाष में समझिये ‘हेड्स एंड टेल्स’

आसान भाषा में कहें तो किसी भी चीज़ का मुख्य भाग सिर यानि हेड्स, जबकि आख़िरी भाग टेल्स यानि पूछ कहलाती है. इसीलिए सिक्के में चित्र वाले पक्ष को हेड्स और मूल्य वाले पक्ष को टेल्स कहा जाता है. तकनीकी रूप से ‘Heads And Tails’ को ‘Obverse And Reverse’ के रूप में जाना जाता है.

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भारत (India) समेत दुनिया के कई देशों के आधिकारिक प्रतीक या चिन्ह की छाप या उभरे हुए भाग को ‘Heads’ कहा जाता है. जबकि दूसरे भाग जिस पर मूल्य अंकित होता है उसे ‘Tails’ कहा जाता है.

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