कहते हैं असम संस्कृत शब्द ‘असोमा’ से बना है. जिसका मतलब अनुपम और अद्वितीय है. हालांकि, ज़्यादातर लोगों मानना है कि ये ‘अहोम’ से बना है. क्योंकि यहां क़रीब 600 साल तक अहोम शासकों ने राज किया था. प्रचीन समय में असम को ‘कामरूप’ के तौर पर भी जाना जाता था. इलाहाबाद के समुद्रगुप्त के शिलालेख में भी इस नाम का ज़िक्र मिलता है.
अपने चाय बागानों के लिए दुनियाभर में मशहूर असम हमेशा से ही अलग-अलग संस्कृतियों का घर रहा है. मुसलमानों और अंग्रेज़ों से पहले यहां कई जनजातियां निवास करती थी. आज भी यहां अलग-अलग धर्मों और मान्यताओं को मानने वाले लोग बड़ी संख्या में हैं. यही कारण है कि यहां की संस्कृति और सभ्यता काफ़ी समृद्ध है.
आज हम आपके लिए असम (Assam) की कुछ बेहद पुरानी और दुर्लभ (Old and Rare Photos) तस्वीरें लेकर आए हैं. ये सभी तस्वीरें 19वीं सदी के आख़िर और 20वीं सदी की शुरुआत के आसपास की हैंं.
1. 109वीं सदी के आख़िर में असम के चाय बागानों में काम करने वाले लोग.

2. चाय का काम करने वाले यूरोपीय शख़्स के साथ असमिया युवक.

3. चाय की पत्तियां तोड़ती महिलाएं.

4. बांस की नाव पर चाय लोड करते मज़दूर.

5. हाथी और बैलगाड़ी से चाय ट्रांसपोर्ट करते लोग.

6. चाय की पत्तियों की छंटाई करती महिलाएं.

7. यूरोपीय शख़्स से चाय बागान में काम करने की मज़दूरी लेते लोग.

8. चाय बागानों में काम करने वाले बच्चे.

9. पत्थर तोड़ता शख़्स.

10. एक स्थानीय ईसाई उपदेशक.

11. मिशन हाउस पूजा

12. आदिवासी पुरुष और महिला की तस्वीर.

13. आदिवासी पुरूष.

14. आदिवासी महिलाएं.

15. एक आदिवासी महिला की तस्वीर.

16. कैमरे के लिए पोज़ देती दो लड़कियां.

17. स्थानीय जनजाति के दो लोगों की तस्वीर.

18. आपस में बातचीत करती दो महिलाएं.
