Serial Killer Who Used Human Body Parts To Make household Items: इतिहास के कई पन्ने सीरियल किलिंग की खौफ़नाक घटनाओं से सने पड़े हैं. इनके बारे में पढ़ते ही या जानते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं. देखा गया है कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले या तो मनोरोगी (Psychopath) होते हैं या बदले की भावना उनके दिमाग़ पर ऐसी हावी हो जाती है कि वो एक के बाद एक कई हत्याओं को अंजाम दे डालते हैं.
आइये, अब विस्तार से पढ़ते हैं ये आर्टिकल (Serial Killer Who Used Human Body Parts To Make household Items)
एडवर्ड थियोडोर जैन

Serial Killer Who Used Human Body Parts To Make household Items: हम जिस सीरियल किलर की बात कर रहे हैं उसका नाम था एडवर्ड थियोडोर जैन, जिसे Ed Gein भी कहा जाता था. एडवर्ड अमेरिका के रहने वाला था और उसका जन्म 27 अगस्त 1906 को हुआ था. ऐसा माना जाता है कि एडवर्ड के बचपन में ही उसके माता-पिता अलग हो गए थे. इसका असर गंभीर रूप से एडवर्ड पर पड़ा और वो काफ़ी परेशान रहने लगा. धीरे-धीरे उसकी दिमाग़ी हालत ख़राब होने लगी. स्कूल से लेकर घर के आसपास उसका व्यवहार लोगों से अजीबो-ग़रीब रहता. वो स्कूल के पीछे एक जंगल में अपना ज़्यादातर समय बिताने लगा. इसी दिमाग़ी अवस्था के साथ एडवर्ड बड़ा होता है.
जब कब्रिस्तान से शव गायब होने लगे


Serial Killer Who Used Human Body Parts To Make household Items: एडवर्ड के घर के पीछे एक कब्रिस्तान था. वहां एक अजीब-सी घटना घटी. ऐसा पता चला कि कब्रिस्तान से शव गायब हो रहे हैं. इस घटना के आसपास के लोगों को हैरत में डाल दिया था. जब पुलिस ने जांच की, तो एडवर्ड के घर की तलाशी भी ली गई. तलाशी के दौरान एडवर्ड के घर से कई शव बरामद किए गए. साथ ही वहां और भी अजीबो-ग़रीब बात पता चली.
मानव अंगों से बनाता था चीज़ें




Serial Killer Who Used Human Body Parts To Make household Items: जब एडवर्ड के घर की तलाशी ली गई, तो देखा गया कि एडवर्ड ने इंसानी शरीर के अंगों के कई तरह की चीज़ें बनाई हुईं हैं. जैसे इंसानी चेहरे से बनाए गए Lampshade, इंसानी स्किन को उसने फ़र्नीचर पर लगाया हुआ था जैसे गद्दी लगाई जाती है. साथ ही उसने इंसानी त्वचा से दस्ताने भी बनाए थे. इसके अलावा उसने पुलिस को बताया था कि वो मृत मां के लिए इंसानी त्वचा से एक सूट भी बनाना चाहता था.
अस्पताल में हुई मौत

7 नवंबर 1957 को एडवर्ड को गिरफ़्तार किया गया. वहीं, बाद में उसे Central State Hospital भेजा गया है, जहां उसे Schizophrenia का मरीज़ घोषित कर दिया गया. इसके बाद उसके घर को जला दिया गया था. वहीं, साल साल 1984 में अस्पताल में ही एडवर्ड की मौत हो गई थी.