Story of Ota Venga in Hindi: जानवरों को तो यूं ही बदनाम किया जाता है, इस धरती पर सबसे निर्दयी कोई है, तो वो इंसान ही है. इंसान अपनी ख़ुशी और फ़ायदे के लिए कुछ भी कर सकता है. वो अपने फ़ायदे के लिए जानवर क्या इंसान भी क़ैद करता रहा है. 

इंसानी क्रूरता की जो घटना अब जो हम आपको बताने जा रहे हैं आपके होश उड़ा कर रख देगी. जानकर हैरानी होगी कि इतिहास में एक इंसान को न सिर्फ़ कै़द किया गया है, बल्कि उसे जानवरों के साथ चिड़ियाघर में डाल दिया गया. उससे देखने के लिए टिकट लगता था. 

आइये, अब विस्तार से पढ़ते (Story of Ota Venga in Hindi) हैं आर्टिकल

कौन थे ओटा बेंगा? – Who was Ota Benga in Hindi 

Image Source: BBC

Story of Ota Venga in Hindi: ओटा बेंगा (Story of Ota Benga Who Kept in Zoo) वो अफ़्रीकी किशोर था, जिसे साल 1904 में कांगो से अगवा करके प्रदर्शनी के लिए अमेरिका लाया गया था. जिस वक़्त उसे पकड़ा गया उसकी उम्र 12 से 13 वर्ष रही होगी. 

जानकारी के अनुसार, ओटा बेंगा Mbuti Tribe से संबंध रखता था और अपनी जनजाति के बाकी लोगों के साथ Kasai नदी के पास जंगलों में रहता था, जो अब कांगो का हिस्सा है. ओटा बेगा के दांत नुकीले थे, क्योंकि ऐसा करना उनकी जनजाति की संस्कृति और परंपरा का हिस्सा था. 

लोगों को गुज़रना पड़ा प्रताड़ना से 

tribal people
Image Source: altagracianoticias

अपनी जनजाति के साथ ओटो बेंगा की ज़िंदगी सही चल रही थी, लेकिन उसकी ज़िंदगी में तूफ़ान तब आया जब बेल्ज़ियम के राजा Leopold II ने कांगो में एक कॉलोनी बनाई और उसे नियंत्रित रखने के लिए एक सेना भी बनाई. उस दौरान बाज़ार में रबर की मांग बढ़ गयी थी, इसलिये बेल्ज़ियम के राजा ने स्थानीय लोगों को गुलाम बनाया और उन्हें रबर के बागानों में काम करने के लिए मजबूर किया. गुलामों को बहुत ज़्यादा प्रताड़ित किया जाता था. महिलाओं को तब तक क़ैद करके रखा जाता, जब तक कि उनके पति पर्याप्त रबर के साथ नहीं लौटते. वहीं, कम रबर लाने पर हाथ भी काट दिए जाते थे. प्रताड़ना की वजह से कई कांगो वासीयों ने अपनी जान गंवाई.

प्रदर्शनी के लिए लाया गया अमेरिका 

ota benga
Image Source: theguardian

Story of Ota Venga in Hindi: एक दिन ओटा बेंगा शिकार पर थे और तभी उन्हें इंसानों को गुलाम बनाने आए लोगों ने पकड़ लिया और बेड़ियों में जकड़कर दूर ले गए. उनसे जबरन काम करवाया गया. कहते हैं कि उनके परिवार के सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इसी बीच वर्ष 1904 में Samuel Verner नाम का एक अमेरिकी व्यापारी प्रदर्शनी की तैयारी कर रहा था और इसमें आयोजकों की डिमांड थी कि इस मेले में इंसानी प्रगति को भी दिखाया जाए यानी शुरू से लेकर अब तक इंसानी विकास.

इसके लिये वर्नर को भारी बजट भी दिया गया था, ताकि वो अफ़्रीका से प्रदर्शनी के लिए जंगल में रहने वाले लोगों को ला सके. 

सैमुअल वर्नर ने उन्हीं पैसों से ओटा बेंगा को ख़रीदा. बीबीसी के अनुसार, सैमुअल वर्नर ओटा बेंगा और साथ में 8 अन्य किशोरों को जहाज से अमेरिका ले आया. 

जानवरों की तरह रखा गया चिड़ियाघर में 

ota benga
Image Source: wikimedia

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओटा बेंगा सहित लाए गए अफ़्रीकियों को सेंट लुइस में हुए World Fair में प्रदर्शित किया गया. वो सर्दियों को समय था और उनके पास कपड़े भी नहीं थे. 

वहीं, साल 1906 में उन्हें 20 दिन के लिये न्यूयॉर्क के Bronx Zoo में रखा गया. उस दौरान उन्हें देखने के लिये लोगों की भीड़ लग जाती थी. कहते हैं कि बेंगा के दांत देखने के लिए भी लोग पैसे दिया करते थे. 

वहीं, इसका विरोध ईसाई मंत्रियों ने किया, जिसके बाद बेंगा को न्यूयॉर्क के Howard Colored Orphan Asylum में रखा गया. 

2010 में बेंगा Lynchburg Theological Seminary और वर्जीनिया के College for Black Students में रहने गये.

ख़ुद को मार ली गोली 

ota benga
Image Source: twitter

Story of Ota Venga in Hindi: ओटा बेंगा मार्च 1916 तक लिंचबर्ग में रहे, जब उन्होंने अपने मेज़बान परिवारों में से एक से बंदूक ली और शहर के किनारे जंगल में गए और ख़ुद को गोली मार ली. वो काफ़ी ज़्यादा परेशान और डिप्रेस हो चुके थे.