ईशा फ़ॉउंडेशन के कर्ता-धर्ता, जग्गी वासुदेव को एक Spiritual गुरु के रूप में देखा जाता है. वो गाहे-बगाहे आध्यात्मिक मुद्दों पर बात करते नज़र आते हैं. हालांकि इस बार बात ईशा फ़ॉउंडेशन के बारे में है.
हाल ही में ईशा फ़ॉउंडेशन ने एक लीटर पानी से भरी तांबे की बोतल लॉन्च की है, जिसके फ़ीचर्स पढ़ कर हम थोड़ी देर के लिए हैरान रह गए. पहले ज़रा बोतल की फ़ोटो दिखाते हैं:
इसमें दिए गए डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, इसमें भरा पानी कोई ऐसा-वैसा नहीं, बल्कि कैलाश पर्वत के दक्षिण मुख से लिया गया हिमालय का पानी है.
इस बोतल को कैलाश तीर्थ का नाम दिया गया है. क्योंकि इनके हिसाब से इस पानी में अभी भी कैलाश पर्वत पर मौजूद एनर्जी बसी है.
प्रोडक्ट के फ़ीचर्स कुछ इस तरह हैं:
पानी में मेमोरी और एनर्जी स्टोर करने की क्षमता होती है. कैलाश पर्वत का दक्षिण मुख रहस्यों से भरा है. इस कैलाश तीर्थ में कई तरह के शक्तिशाली गुण समाए हैं. इसके बारे में कहा गया है कि कैलाश तीर्थ ऐसा पानी है, जिसमें दिव्य शक्तियां हैं. कैलाश तीर्थ एक तांबे की बोतल में स्टोर किया है, जिसमें अंदर की तरफ सिल्वर लाइनिंग है. एनर्जी बनाए रखने के लिए तांबा और चांदी सबसे सेंसेटिव मेटल्स हैं. इसी वजह से कैलाश तीर्थ की शक्ति लंबे वक्त तक बनी रहेगी. आयुर्वेद में भी बताया गया है कि चांदी के कंटेनर में रखा गया पानी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-कार्सिनजेनिक गुण रखता है.
अगर आप अभी भी इस बोतल से Impress नहीं हुए, तो ये लीजिये:
आप इस बोतल से सीधे कैलाश पर्वत के दर्शन भी कर सकते हैं. इस बोतल पर एक QR कोड दिया गया है, जिसे आप अपने स्मार्टफोन से स्कैन करके उस वक्त कैलाश पर्वत कैसा दिख रहा है, देख सकते हैं. इसके लिए आपको QR कोड स्कैनिंग ऐप की ज़रूरत होगी.
बोतल की कीमत 3,100 रुपए है. आप इसे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.
हालांकि इस बोतल की कीमत और खूबियां सुनकर लोगों ने इसे ट्रोल करना शुरू कर दिया है. कोई इस बोतल के पानी के गुणों का मज़ाक बना रहा है, तो कोई QR कोड से दर्शन का. इसकी कीमत को लेकर भी प्रोडेक्ट को ट्रोल किया जा रहा है.
सच क्या है, ये जानने के लिए मंगवा लें एक?