बचपन से लेकर अबतक न जानें हम कितनी बार ट्रेन में सफ़र कर चुके होंगे, लेकिन फिर भी आजतक एक चीज़ पर कभी हमारा ध्यान नहीं गया होगा. अब आप सोच रहे होंगे कि भला ऐसी कौन सी चीज़ है, जिस पर आपने ग़ौर नहीं किया. यात्रा के दौरान आपने देखा होगा कि हर ट्रेन के डिब्बे के ऊपर एक नबंर लिखा होता है, लेकिन कभी सोचा है कि क्यों? ये नंबर यूं ही नहीं, बल्कि एक ख़ास वजह से लिखे जाते हैं. आइए जानते हैं कि आख़िर किस कारण से डिब्बों पर अलग-अलग तरीके के नबंर लिखे जाते हैं.
दरअसल, जिस ट्रेन का पहला नबंर 0 से शुरू होता है, वो स्पेशल ट्रेन होती है. ये ख़ास तौर पर समय या फिर होली के मौके पर चलती हैं. वहीं अगर बात करें AC ट्रेनों की, जिनकी शरुआत 1 नबंर से होती है, वो थोड़ी लंबी दूरी के लिए होती हैं. इसके अलावा नबंर 2 वाली ट्रेन ज़्यादा लंबी दूरी के लिए होती है. 3 नबंर वाली ट्रेन कोलकाता सब अर्बन ट्रेन के बारे में बताती हैं.
4 नबंर वाली ट्रेनों से चेन्नई, नई दिल्ली, सिकंदराबाद सहित अन्य मेट्रो सिटीज़ का पता चलता है. नबंर 5 कन्वेंशनल कोच वाली पैसेंजर ट्रेन होती है. 6 नबंर से ये पता किया जा सकता है कि ये मेमू ट्रेन है या नहीं. इसके अलावा 7 नबंर डूएमयू और रेलकार सर्विस के लिए होता है. 8 नबंर मौजूदा समय में आरक्षित स्थिति के बारे में बताता है और 9 नबंर मुंबई क्षेत्र की सब-अर्बन ट्रेन के बारे में बताता है.
अगली बार ट्रेन से सफ़र करने के लिए निकले, तो नबंर देख अंदाज़ा लगा लीजिए कि ये कौन सी ट्रेन है और हां अगर आपको हमारी ये जानकारी पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से शेयर करना न भूलिएगा.