90 के दशक में उभर कर आये दलेर मेंहदी. पंजाबी पॉप सिंगर से बॉलीवुड की फ़िल्मों का सफ़र तेज़ी से तय किए. इनकी पॉपुलरिटी का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ‘तुनक तुनक तुन’, ‘बोलो ता रा रा रा’ के बिना आज भी कोई पार्टी पूरी नहीं होती. उम्दा गायक दलेर मेंहदी की लोकप्रियता दिन दौगुनी रात चौगुनी बढ़ी. लेकिन 2003 में उन पर 10 लोगों को ग़ैरक़ानूनी ढंग से अपने टीम में शामिल कर अमेरिका ले जाने का मामला सामने आया. 15 साल बाद ‘कबूतरबाज़ी’ के इस केस में उन्हें 2 साल की सज़ा भी हुई, पर 15 मिनट में बेल भी मिल गई.
आसान नहीं है मशहूर होना. एक जीत और लोग सिर पर बिठा लेते हैं. उस शख़्स को अपना आदर्श, अपना आइडल बना लेते हैं. एक ग़लत हरकत और सब कुछ ख़त्म.
हमारे सामने ऐसे बहुत से नेता, अभिनेता, खिलाड़ियों के उदाहरण हैं जिन्हें लोगों ने अपना आदर्श बना लिया, जिन्हें मोहब्बत मिली, शौहरत भी मिली लेकिन उन्होंने अपनी एक ग़लत हरकत से लाखों लोगों को निराश किया.
ऐसी बहुत सी नामी-गिरामी हस्तियां हैं, जिन्होंने एक तरफ़ उन जैसा बनने की वजह दी, वहीं दूसरी तरफ़ ऐसी ग़लतियां कि जिससे हम निराश, बेहद निराश हुए.
1. दलेर मेंहदी
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2. संजय दत्त
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1993 में मुंबई में आतंकवादी हमले हुए. इसमें कई मासूम जानें गईं. इन हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियारों को संजय दत्त ने अपने पास रखा था. बाद में संजय दत्त ने इस बात की माफ़ी मांगी, सज़ा भी काटी. पर क्या इस बात को कभी मिटाया जा सकता है कि उन्होंने दहशतगर्दों की मदद की?
3. जयललिता
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तमिलनाडू की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता अब इस दुनिया में नहीं है. उन्हें लोग ‘अम्मा’ कहकर बुलाते हैं. जब उनकी मौत की ख़बर आई थी, तो लोगों बेहोश होने लगे थे, लोगों को हार्ट-अटैक तक आ गया था. इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि लोग उन्हें किस हद तक चाहते थे. जयललिता पर भी आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला चल रहा था. भले ही लोग उन्हें इतना मानते हो, पर क्या किसी जननेता के लिए ये शोभनीय है?
4. Tiger Woods
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हम गोल्फ़ खेल को न भी जानते हों, लेकिन Tiger Woods एक ऐसा नाम है, जिससे हम सबका सरोकार है. विश्व के बेहतरीन गोल्फ़ खिलाड़ी हैं Woods. ये भी फ़र्श से अर्श तक गए. मेहनत और लगन से शौहरत कमाई. फिर Woods के कई महिलाओं से संबंध होने की बातें सामने आने लगी. ये माना कि कोई अपनी निजी ज़िन्दगी में क्या करता है ,इस पर किसी को बोलने का हक़ नहीं, लेकिन जब ये किसी बड़ी हस्ती की बात हो तो किसी भी तरह का असामाजिक व्यवहार अशोभनीय है. Woods ने भी अपने कई Fans को ठेस पहुंचाई.
5. Harvey Weinstein
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इस नाम से तो आज शायद हर कोई वाकिफ़ होगा. अगर आपको हॉलीवुड फ़िल्में पसंद हैं, तब तो आप पहले से ही इस नाम को जानते होंगे, लेकिन अगर आप अंग्रेज़ी फ़िल्में नहीं देखते, तो भी आप इस नाम को जान ही गए होंगे. मशहूर प्रोड्यूसर हैं Harvey, एक से एक फ़िल्में बनाई. पिछले वर्ष इस शख़्स का एक अलग ही चेहरा दुनिया के सामने आया. Angelina Jolie, Salma Hayek, Lena Headey, Ashley Judd समेत 5 0से ज़्यादा महिलाओं ने Harvey के खिलाफ़ Molestation, Sexual Assault, ग़लत ढंग से छूने की बात कही. ये सिलसिला अब तक नहीं थमा है. इतने मशहूर प्रोड्यूसर द्वारा इस हरकत की उम्मीद किसी ने भी नहीं की थी.
6. राजीव गांधी
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राजीव गांधी के रूप में देश को मिला एक युवा प्रधानमंत्री. जो ग़रीबों के बारे में सोचने के साथ ही नई Technology, दोनों की ही बात करते थे. राजीव गांधी कई लोगों के चहेते प्रधानमंत्री थे. कुछ लोग उनमें नेहरू का अक्स भी देखते थे. लाखों दिल तब टूटे, जब राजीव गांधी का नाम बोफ़ोर्स स्कैंडल के साथ जुड़ा. ये तब देश का सबसे बड़ा घोटाला था. भारतीय सेना को तोपें सप्लाई करने का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए बोफ़ोर्स कंपनी ने तत्कालीन सरकार को 80 लाख डॉलर चुकाए थे.
7. के.पी.एस गिल
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ख़ालीस्तानियों का पंजाब से सफ़ाया करने का श्रेय जाता है ‘सुपरकॉप’ के.पी.एस.गिल को. अपने काम के लिए पद्म श्री से सम्मानित गिल को बहुत से लोग सम्मानित नज़रों से देखते थे. ख़ालिस्तान का सफ़ाया कोई आम बात नहीं थी. जिस दौर में गिल ख़ालिस्तान का सफ़ाया कर रहे थे, उसी दौर यानि कि 80 के दशक के आस-पास में एक महिला आईपीएस अधिकारी ने गिल के खिलाफ़ छेड़छाड़ का आरोप लगाया और शिकायत दर्ज करवाई. 17 साल बाद गिल पर आरोप साबित भी हुए लेकिन उन्हें आर्थिक दंड देकर छोड़ दिया गया. कोई इंसान जिसे लोग रक्षक के तौर पर देख रहे हैं, उसका भक्षक रूप सामने आए तो लोगों के मानस पटल पर क्या बीतती है, ये वो शख़्स कभी नहीं सोचता.
8. मारिया शारापोवा
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अगर सानिया मिर्ज़ा के साथ-साथ किसी अन्य टेनिस खिलाड़ी को हमने बचपन में जाना था, तो वो थीं मारिया शारापोवा. मारिया शारापोवा पर भी डोपिंग का इल्ज़ाम लगा. ख़बरें आईं कि 2016 में बैन की गई एक दवाई का सेवन उन्होंने जारी रखा. ग़ौरतलब है कि उस दवाई का सेवन वो 2006 से कर रही थी. पर जब आपको दुनियाभर के लोग अपना आदर्श मानते हैं तो एक छोटी सी भूल भी बहुत भारी पड़ सकती है. शारापोवा पर तत्कालीन रूप से 2 साल का बैन लगा दिया गया था.
सिर्फ़ टेनिस ही नहीं, कई क्रिकेट खिलाड़ी भी डोपिंग के कारण प्रतिबंधित हो चुके हैं. जैसे- शैन वॉर्न(ऑस्ट्रेलिया), शोएब अख़्तर(पाकिस्तान)
9. तरुण तेजपाल
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तहलका के एडिटर-इन-चीफ़, बेबाक जर्नलिस्ट. 2000 में तेहलका.कॉम शुरू किया, जो स्टिंग इंवेस्टिगेशन के लिए मशहूर हुई. 2004 में ये पोर्टल मैगज़ीन के तौर पर भी छपने लगी. बहुत से युवा पत्रकार तरुण को अपना आदर्श मानते थे. नवंबर 2013 में एक सहकर्मी ने उन पर Sexual Assault का आरोप लगाया. उस वक़्त कई लोगों की भावनायें आहत हुई थीं, क्योंकि उन्हें सच्चाई का मसीहा समझा जाने लगा था.
10. अजय जडेजा
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1992- 2000 के दौरान जडेजा ने 15 टेस्ट मैच और 196 वनडे मैच खेले. भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन फ़ील्डर्स में से एक माना जाता था जडेजा को. मैच फ़िक्सिंग के आरोप में उन पर 5 साल का बैन लगाया गया. हालांकि 2003 में दिल्ली हाईकोर्ट ने ये बैन हटा दिया. अगर दामन पर ये दाग़ न लगता, तो भारतीय क्रिकेट टीम में रह कर जडेजा बहुत कमाल कर सकते थे.
माना कि ग़लितयां इंसान से ही होती है, लेकिन जब किसी व्यक्ति के साथ इतने सारे लोगों की भावनायें जुड़ जायें, तो उस पर अपनेआप ही एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी आ जाती है. इसलिए इन ग़लतियों का असर सिर्फ़ उस इंसान पर ही नहीं, उससे जुड़े कई लोगों पर पड़ता है. Celeb बनना जितना कूल है, उतना ही ज़िम्मेदाराना भी.