हमारे देश का इतिहास बहुत ही प्रभावशाली और सम्पन्न रहा है. हमारा इतिहास कई वीरों की कहानी छुपाये बैठा है, जिन्होंने कुछ ही समय में देश को बदल कर रख दिया. आपने बचपन में इतिहास के किताबों में ऐसे कई नाम पढ़े होंगे, जो अब आपके दिमाग में धुंधले पड़ गये होंगे. हमारे देश में कई वंशों ने शासन किया. लेकिन हर वंश से ऐसा एक शासक निकल आया है, जिसने अपने बहादुरी, न्याय और तेज़ दिमाग के दम पर इतिहास के पन्नों में अपनी जगह बना ली.

हम इस बार आपके लिए लेकर आये हैं ऐसे राजाओं की लिस्ट. जिन्हें इतिहास ने महान बना दिया. चलिए एक नज़र दौड़ाते हैं इन महान शासकों पर.

1. राजेंद्र चोल प्रथम

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आपने अभी तक जितने साम्राज्यों की मूर्तियां या नक्काशियां देखी होंगी, उन सबमें आपको राजा को सबसे ताकतवर और महान देखा होगा. लेकिन राजेंद्र चोल के शासनकाल की मूर्तियों और कलाकृतियों में सबसे प्रभावशाली सेना को दिखाया गया है. सेनाएं किसी भी साम्राज्य का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होती थीं, उन्हीं की वजह से कोई राजा ज़्यादा बलशाली और सम्राट बन पाता था, इसलिए राजेंद्र चोल ऐसे राजा थे, जिन्हें सेना और नागरिकों की अहमियत थी.

इतना ही नहीं चोल ने अपने सेना के दम पर देश के बाहरी हिस्सों पर भी चढ़ाई की और जीत हासिल की. अगर चोल साम्राज्य के इस सम्राट को एशिया के शक्तिशाली राजाओं में शुमार किया जाए, तो हैरानी की कोई बात नहीं होगी.

2. चंद्रगुप्त प्रथम

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हम आज तक सुनते आये हैं कि एक देश या कबीला दूसरे पर अधिकार दो ही सूरतों में करता है, पहला युद्ध से और दूसरा छल से. पर चंद्रगुप्त ने सबसे पहले मैत्री के द्वारा ये तरीका अपनाया. चंद्रगुप्त ने दूसरे राज्यों के राजकुमारियों से शादी कर जहां अपने साम्राज्य का विस्तार किया, वहीं देश को सांस्कृतिक रूप से धनी भी बनाया. चंद्रगुप्त के परिवार को हमेशा से ही राजा की उपाधि मिली थी, पर चंद्रगुप्त के कार्यों के कारण उन्हें महाराजाधिराज की उपाधि दी गई. चंद्रगुप्त के शासनकाल को स्वर्णकाल भी माना गया है क्योंकि व्यापार और न्याय के साथ-साथ इसमें कई अहम बुनियादी फ़ैसले देखने को मिले. गुप्त परिवार का इतिहास में इसलिए भी ज़िक्र है क्योंकि इनकी मैत्री करके विस्तार की योजना खूब सराही गई थी.

3. समुद्रगुप्त

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समुद्रगुप्त गुप्त वंश के साथ-साथ देश के भी महान शासकों में से एक था. उसका सबसे बड़ा लक्ष्य था अपना साम्राज्य का विस्तार करना. ये सब करना समुद्रगुप्त के लिए इतना आसान नहीं था, फिर भी उसने हार नहीं मानी. एक समय ऐसा भी आया था, जब समुद्रगुप्त की तुलना अशोक के साथ किया जाने लगा था. चन्द्रगुप्त ने अपने जीवन काल में ही समुद्रगुप्त को शासन सौंप दिया था, पर इस बात से उसके बाकी भाई उसके जान के प्यासे हो गए थे.

विश्व पटल पर समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन बताया गया है. कहा जाता है कि समुद्रगुप्त ने अपने जीवन में कभी पराजय का स्वाद नहीं चखा.

4. रणजीत सिंह

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1780 के नवम्बर महीने में जन्मे रणजीत सिंह ने अपने दम पर 19वीं सदी में सिख समुदाय को काफ़ी प्रभावशाली वर्ग बना दिया. बाकी राजाओं की ही तरह रणजीत सिंह भी अपने साम्राज्य विस्तार में जुट गये थे. रणजीत सिंह का नाम राज्यों के एकीकरण के लिए भी लिया जाता है. उनके किसी करीबी ने उनके बारे में कहा था कि महाराजा सूर्य की तरह हैं और सूर्य की एक ही आंख है, लेकिन कोई उसे घूरने की ज़ुर्रत नहीं कर सकता.

कड़े नियम लेने में और उग्र शासन की वजह से रणजीत सिंग का नाम देश के महान राजाओं की लिस्ट में दर्ज हो चुका है.

5. पृथ्वीराज चौहान

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चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण,

एते पर सुल्तान है, मत चुको चौहान.

पृथ्वीराज हिन्दूओं के आखरी शासक थे. इसके बाद कई छोटे-मोटे राजा आये, पर उनका कहीं ज़िक्र नहीं. कहा जाता है कि इनके हार के बाद से ही मुगलों ने देश में पैठ बनाई थी. पृथ्वीराज को बहादूरी के साथ-साथ उनके प्रेम-प्रसंग के कारण भी याद किया जाता है. अपनी रानी को अपने बराबर हक देने वाले पृथ्वीराज जनता में भी बहुत लोकप्रिय थे. मोहम्मद गोरी को 14 बार धूल चटाकर चौहान ने अपनी बहादुरी का परिचय दे दिया.

पृथ्वीराज चौहान देश के महान राजाओं को सूची में सबसे ऊपर हैं.

6. कनिष्क

कनिष्क कुषाण वंश के महान सम्राटों में से एक थे. इस वंश का साम्राज्य चारो दिशाओं में था. कनिष्क का नाम उनके मिलिट्री और कूटनीतिक राजनीतिक फ़ैसलों के लिए लिया जाता है. एक महान शासक के सारे गुण कनिष्क के अंदर भरे पड़े थे. कनिष्क को बुद्धिज़्म के एक महान अनुयासी और प्रवर्तक के रूप में भी याद किया जाता है. ये किसी शासक के लिए बड़ी बात होती है कि वो ये सोच रहा है कि वो रहे या न रहे, उसकी प्रजा खुश रहे. यही ख़ूबियां कनिष्क को महान शासक बनाती हैं.

7. शिवाजी

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ऐसे बहुत कम ही लोग होंगे, जिन्होंने बच्चों में शिवाजी के बहादुरी के किस्से नहीं सुने होंगे. शिवाजी बहादुर शासक के साथ ही ज्ञानी आदमी भी थे. इस देश की संस्कृति में भी शिवाजी का बहुत बड़ा योगदान है. शिवाजी ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी. बाकी राजाओं और शिवाजी में ये अंतर था कि वो हर बात का निष्कर्ष युद्ध से निकालने की कोशिश में नहीं रहते थे, वो हर काम की योजना बनाते थे. उनका तेज दिमाग और छोटा कद उन्हें असीम ताकत देता था. आपने वो किस्सा तो सुना ही होगा कि मिठाई के टोकरे में छिप कर शिवाजी ने अपने दुश्मन का खात्मा कर दिया था.

शिवाजी ने सबको एक बात सिखा दी कि युद्ध में योजना मायने रखती है न कि सैनिकों की संख्या. शिवाजी आज भी हम युवाओं के हीरो हैं.

8. अशोक

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अशोक अपने नाम के ठीक विपरीत था. उसके शासन में कुछ इतने क्रूर फ़ैसले लिए गये, जिससे उसकी चर्चा पूरी दुनिया में फ़ैल गई. अशोक अपने दौर का सबसे उग्र और बहादुर सम्राट था. युद्ध में कहा जाता है कि उसका दिल पत्थर का हो जाता था और उसे किसी पर तरस नहीं आता था. एक समय ऐसा भी आया जब अशोक को अपनी क्रूरता और लड़ाइयों से नफ़रत हो गई और वो पश्ताचाप करना चाहता था, इसलिए उसने बौध धर्म स्वीकार लिया. फिर उसने जनता के लिए कल्याणकारी काम करने शुरू कर दिए. इसके इस बदलाव की सराहना इतिहास के पन्नों में की गई है.

9. अकबर

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शायद इस सूची में अकबर के नाम का ना होना इस सूची का अपमान होगा. अकबर देश के महान राजाओं में से एक था. अकबर को संस्कृति संरक्षक, प्रजापालक और धर्मनिरपेक्ष सम्राट कहा गया है. अकबर को पिता की मौत के बाद बहुत छोटी उम्र में ही सत्ता संभालना पड़ा था. कुछ साल बाद अकबर इन चीज़ों में इतना दक्ष हो गया कि उसके फ़ैसले और कार्य हमेशा से उसकी खुशहाल शासन की कहानी बयां करते नज़र आते थे. अकबर ने मुग़ल साम्राज्य का विस्तार दोगुना नहीं तिगुना कर दिया था. अकबर भारत के महान शासकों में हमेशा गिना गया है और गिना जाएगा.

10. चन्द्रगुप्त मौर्या

भारत के इतिहास में मौर्य वंश का शासन सबसे ज़्यादा प्रभावशाली शासन था. इस वंश के संस्थापक भी चन्द्रगुप्त मौर्य थे. चन्द्रगुप्त का पूरा ध्यान भारत में सारे छोटे-छोटे राज्यों को एक कर बड़े देश के निर्माण में था. जैसा कि हम जानते हैं कि हर शासक अपने बहादुरी, शासन और फ़ैसले से ज़्यादा अपनी जनता के प्रति रवैये से याद किया जाता है. जनता चन्द्रगुप्त का बहुत सम्मान करती थी और उनके फ़ैसले को सहर्ष स्वीकार लेती थी. चन्द्रगुप्त ने अपने जनता के लिए सर्वदा कल्याणकारी कदम उठाये और उन्हें पूरा समर्थन दिया. चन्द्रगुप्त जैसे शासक देश में बार-बार नहीं पैदा होते.

तो ये थी हमारी लिस्ट. अगर आपको लगता है कि इस देश के इतिहास में और भी कई ऐसे ही महान राजा हैं, तो हमें कमेंट-बॉक्स में उनके बारे में बताएं. साथ ही इस आर्टिकल को शेयर करें, ताकि आपके दोस्त भी इन महान राजाओं के बारे में जान पाएं.