षड्‍यंत्र, ये सुनने में ही एक बड़ा शब्द लगता है. इसे समझना या रचना हर शख्स की बात नहीं. जहां आपकी सोच खत्म होती है, वहां षड्‍यंत्रकारियों की सोच शुरू होती है. षड्‍यंत्र हवा की तरह होता है, जो होते हुए भी आपको नहीं दिखता. ये अकसर किसी मकसद के लिए रचा जाता है, कुछ हासिल करने के लिए या अपनी धाक बनाए रखने के लिए. ​पेश हैं दुनिया भर की ऐसी षड्यंत्रकारी मान्यताएं , जिनका जवाब दशकों और सदियों से लोग तलाश रहे हैं. इनका आज तक कोई जवाब नहीं मिला, ये मान्यताएं बस अटकलों पर ज़िन्दा हैं.

Dr William Campbell Douglass की थ्योरी के​ हिसाब से कई लोग मानते हैं कि HIV को  World Health Organization, CIA और KGB ने वैज्ञानिकों से बनवाया था ताकि दुनिया की आबादी को रोका जा सके.

कई लोग मानते हैं कि चांद पर पहली बार पहुंचने की अमेरिका की तस्वीर नकली है, वो सिर्फ़ रूस को अपनी ताकत दिखाने के लिए बनाई गई थी.

कई लोग मानते हैं कि गांधी जी चाहते तो भगत सिंह की फांसी रोकी जा सकती थी. पर उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि भागत सिंह का हिंसक तरीका, गांधी जी की सोच को सीधा चुनौती दे रहा था.

वैज्ञानिक भी मानते हैं कि UFO धरती पर आते रहते हैं. कुछ लोगों का मानना है कि भारत के जम्मू और कश्मीर में 51- Konka La Pass में यूएफओ बेस है. आस-पास के कई लोगों ने वहां यूएफओ देखने की बात भी कही है.

1966 में भरतीय परमाणु वैज्ञानिक डॉ होमी भाभा की मौत फ्रांस के Mount Blanc के पास प्लेन क्रैश में हो गई थी. कई लोगों का मानना है भारतीय परमाणु प्रोग्राम में बाधा डालने के लिए ये CIA ने कराया था. भाभा की मौत के बाद ये प्रोजेक्ट लम्बे समय के लिए रुक गया था. आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि ऐसे कई परमाणु वैज्ञानिकों की मौत अजीबोगरीब तरीके से होती रहती है, जिसकी खबर अकसर दबा दी जाती है.

माना जाता है कि सम्राट अशोक ने 270 ई.पू. में एक सीक्रेट सोसाइटी बनाई थी. इस सोसाइटी में नौ लोग थे जो मानव जाति की सुरक्षा के लिए बनी नौ किताबों की रक्षा करते थे. ये किताबें युद्ध, समाजशास्त्र, संचार, कीमिया, मृत्यु, सूक्ष्म जीव विज्ञान, प्रकाश, गुरुत्वाकर्षण और ब्रह्माण्ड विज्ञान पर आधारित थीं.

ताज महल के सैंपल की कार्बन डेटिंग के बाद प्रोफेसर मारविन मिल्लर का मानना है कि ये शाहजहां के समय से 300 साल पहले बन चुका था. माना जाता है कि ये पहले एक शिव मंदिर था, जिसे ताज महल बना दिया गया.

कई लोगों का मानना है कि 2004 में आई सुनामी दूसरे विश्वव युद्ध से हिन्द महासागर में शांत पड़े परमाणु बम के फटने की वजह से थी.

दुनिया की सबसे बड़ी कांस्पिरेसी ये भी है कि 2001 में हुए वर्लड ट्रेड सेंटर और ट्विन टावर पर हमले के पीछे अमेरिका का ही हाथ था. ये बिल्डिंगें अंदर लगे बम की वजह से ही गिरी थीं.

लोगों का मानना है कि सुभाष चंद्र बोस प्लेन क्रैश में मरे नहीं थे, बल्कि बच गए थे और एक गुमनाम बाबा की ज़िन्दगी जीते-जीते 1985 में चल बसे थे. दूसरी तरफ लोग कहते हैं कि वो रूस में गिरफ्तार हो गए थे और कैदी की ज़िन्दगी जी रहे थे.

लोगो का मानना है कि लाल बहादुर शास्त्री रूस में हार्ट अटैक से नहीं बल्कि ज़हर की वजह से मरे थे. उनका पोस्ट मार्टम भी नहीं हुआ था और न ही वो गिलास भारत लाया ​गया जिसमें उन्होंने आखिरी बार पानी पिया था.

कई लोगों का मानना है कि भारत और श्रीलंका के बीच बना आदम ब्रिज भगवान राम के ज़माने का है और उसे भगवान राम के लिए वानर सेना ने बनया था. दूसरी तरफ़ लोग इसे महज एक कल्पित कथा मानते हैं.

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