बचपन में हमें जो बताया जाता है या हम सोचते हैं ऐसा लगता है वो सही है. उसे हम पूरी ज़िंदगी मानते चले जाते हैं. कभी-भी उसके बारे में जानना नहीं चाहते और जान भी गए तो उससे जुड़ा डर या पागलपन जल्दी जाता नहीं है. वो ज़िंदगी भर हमारे साथ चलता रहता है. इस डर में एक ख़ास एक बात होती है कि ये सबके पास होता है.

इसी के चलते हमने कुछ लोगों से बात की और पूछा कि वो बचपन में किस चीज़ से डरते थे या पागल थे, तो जवाब ये मिले. कुछ जवाब Reddit से भी लिए गए हैं:
1. मुझे लगता था कि एक ट्रक मेरे सामने से आ रहा है और वो राक्षस जैसा है जो मुझे कुचल देगा. – राशि शर्मा

2. मुझे बचपन में लगता था कि ठंडे पानी से नहाऊंगी तो मुझे कुछ हो जाएगा और ये डर मुझे आज भी है. – कृतिका निगम

3. मेरी मम्मी ने भाई को न सोने पर डराया था कि सो जाओ नहीं तो पंखे से चिंगारी निकलेगी. वो काफ़ी सालों तक इसे ही सच मानता था. – अमित

4. लाइट जाने पर हॉल में रखी सिलाई मशीन किसी भूत जैसी लगती थी. – रेडिट यूज़र

5. मुझे लगता था कि मंगलवार को अंडा खाऊंगी तो हनुमान जी दंड देंगे और ऐसा आज भी लगता है. – आकांक्षा तिवारी

6. किसी भी फल का बीज खाने से पेट में पेड़ उग आता है. – स्वप्निल

7. अगर मैं किसी इंसान के आसपास सो रही हूं तो उसका सामना करने पर मैं मर जाऊंगी. – रेडिट यूज़र

8. मुझे लगता था कि अगर मैं बाथटब में नहाऊंगा तो मुझे शार्क खा जाएगी. – रेडिट यूज़र

9. मुझे लगता था कि ज़्यादा दिन घरवालों से दूर हो गई तो वो मुझे भूल जाएंगे. – पारुल

10. मुझे लगता था कि चमगादड़ मेरे सिर में घोसला बना लेगा. – रेडिट यूज़र

11. खाना छोड़ने पर सही में लगता था कि कुछ बुरा हो जाएगा, इस डर से खाना ख़त्म करते थे. – संचिता पाठक

12. मुझे हमेशा लगता था कि हम कितना भी पढ़ लें मैथ्स में फ़ेल हो जाएंगे, इस वजह से हम कई बार बीमार भी पड़े. – संचिता पाठक

13. मुझे लगता था, क़िताब पर या पैसे पर पैर लग जाने से कुछ ग़लत हो जाएगा. – शोभा शमी

14. मैं सोचती थी, सरस्वती पूजा के दिन पढ़ाई कर लेने से सालभर की पढ़ाई बर्बाद जाएगी. – संचिता पाठक

15. मुझे लगता था कि दिवाली वाले दिन नहीं पढ़ूंगा तो परीक्षा अच्छी नहीं जाएगी. – जे पी गुप्ता

16. पापा जब स्कूटर से ऑफ़िस जाते थे तो मुझे डर लगता था कि अगर वो वापिस नहीं आये तो? – ईशान रत्नम

17. मैं सोचता था चादर के बाहर पैर निकल जाने से पैर भूत खींचकर ले जाता है. – अभय सिन्हा

18. मुझे लगता था, भगवान जी की क़सम झूठी खाई तो भगवान जी हमको मार देंगे. – राशि शर्मा

19. बचपन में मुझे लगता था कि किसी की कसम खाकर, उसे तोड़ दो या झूठी क़सम खा लो तो उस व्यक्ति की मौत हो जायेगी. – धीरेंद्र कुमार

20. बचपन में जब मैं अपने घर के पास वाली नदी में तैरता था तो लगता था शार्क मुझे खा जाएगी. – महिपाल बिष्ट

21. बचपन में चांद को देखने से डर लगता था कि कहीं ये उठा के तो नहीं ले जायेगा. – ईशान रत्नम
