कायनात में हर शख्स के लिए परफेक्शन के मायने अलग-अलग होते हैं. किसी को गोल घेरे में परफेक्शन नज़र आती है, तो किसी को चौकोर बक्से में. हर किसी की परफेक्शन की अलग-अलग भाषा को हम आपके लिए इन तस्वीरों में समेट कर लाये हैं. इन बेहतरीन तस्वीरों में जहां एक शानदार परफेक्शन है, तो साथ ही जीवन के अनेक रंग में इनमें समाये हुए है.
1. सारे जहां को अपने अंदर समेटने की चाहत.
2. इससे सुन्दर और कुछ नहीं हो सकता.
3. जिसने भी इसे लिखा होगा, जाहिर तौर पर खुदा की नेमत उस पर होगी.
4. जीवन के चार पड़ावों के इस तस्वीर में ढूंढा जा सकता है.
5. रौशनी दरख्तों को चीरते हुए पैगाम ला रही है.
6. आने वाली सर्दियों में क्या आप इस बेंच पर बैठना चाहेंगे?
7. इसे देख कर समझा जा सकता है, शुरुआत जहां से होती है, अंत भी वहीं जाकर रुकता है.
8. लाल, पीले, हरे गोल-गोल टमाटर को लगता है, मास्टर जी ने एक रो में खड़ा होने को बोला हो.
9. Wow, कितना क्यूट लग रहा है?
10. कुदरत रास्तों से नहीं, इरादों से आगे बढ़ती है.
11. लगता है, इस जंगल को आमिर खान ने बनवाया है.
12. कलर कॉम्बिनेशन का इससे अच्छा एग्ज़ामपल और कहां मिलेगा.
13. प्रकृति में समाई प्रकृति.
14. कुतुब मीनार के बाद यही मीनारें दुनिया में सबसे ज़्यादा फेमस हुई हैं.
15. इस केक को खाने से ज़्यादा तो देखने में मजा आ रहा है.
16. इन बादलों को लगता है, किसी मैथ्स टीचर ने स्केल लेकर बनाया है.
17. कॉफ़ी के मग को एक शुगर क्यूब ने कॉफ़ी का ज्वालामुखी बना डाला.
18. धूप को भी पता है, किधर से गुज़रना है.
19. बसंत के बिना ही बसंत की छटा.
20. सत्ते पे सत्ता फ़िल्म इसी परिवार से इंस्पायर होकर बनाई गई थी.
21. फूलों की जमीन पर उतरते कुदरत के हसीन रंग.
22. रंगों ने भी बहने का रास्ता चुन लिया है.
23. कभी-कभी इंसान की बनाई मशीनें कुदरत की कलाकारी से भी भारी पड़ जाती हैं.
24. बर्फ़ की इस सिलवटी चादर के बारे में जितना कहा जाये, उतना ही कम होगा.
25. ये है, असली अंडे का फंडा.
कहने वालों ने सही कहा है, एक तस्वीर हज़ार शब्दों के बराबर होती है. इन तस्वीरों के साथ भी यह बात पूरी तरह से लागू होती है, आपका क्या ख्याल है?