त्योहारों की शुरुआत हो चुकी है. गुलाबी ठंड भी शहर को धीरे-धीरे अपने आगोश में ले रही है और इस ठंड के साथ-साथ हवा में पकवानों की ख़ुश्बू भी घुल चुकी है.
ये समय दुर्गा पूजा का है, जिसे बंगाल में ‘पूजो’ कहा जाता है. यानी वो त्योहार जिसमें पूजा के साथ घूमना, खाना और पंडाल घूमना भी शामिल होता है. पंडालों में जा कर विशुद्ध बंगाली कल्चर देखने की फ़ील ही अलग होती है.
अगर आप दिल्ली में हैं, तो इन पंडालों की दुर्गा पूजा और यहां का खाना बिलकुल भी Miss मत करना:
1. कश्मीरी गेट
यहां की पूजा एतिहासिक है. 1910 से यहां पंडाल बनाया जा रहा है और पूजा का आयोजन करने वाली समिति सभी रीती रिवाजों का पालन करती है. यहां तक कि मूर्ती विसर्जन भी बैलगाड़ी पर होता है. यहां दोस्तों और परिवार के साथ जाना बढ़िया रहेगा.
2. CR Park (काली बाड़ी)
साउथ दिल्ली में बसा छोटा सा बंगाल में दुर्गा पूजा में अलग सा निखर जाता है. यहां हर कोने में पंडाल बने हुए होते हैं. आप काली बाड़ी मंदिर में होने वाले ‘धुनुची नाच’ में भी भाग ले सकते हैं. इसके आलावा आप यहां अलग-अलग व्यंजनों का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं. आलु पोश्तो, माछर झोल का बेस्ट Version Try करने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा।
3. Safdarjung Enclave
साउथ दिल्ली में दुर्गा पूजो का एक और गढ़ है सफ़दरजंग. यहां हर साल मात्री मंदिर समिति पूजा का आयोजन करती है. इस साल उनके पंडाल की थीम उन महिलाओं पर केंद्रित है जो महिला सशक्तिकरण की मशाल हैं. आपको इस साल वहां मैरी कॉम, दीपा कर्मकार, लता मंगेशकर आदी के पोर्ट्रेट देखने को मिलेंगे.
4. मयूर विहार फ़ेज़ 1
अगर आप दिल्ली के पूर्वी इलाके में रहते हैं और पास में कहीं दुर्गा पूजा का हिस्सा बनना चाहते हैं तो मयूर विहार आपके इंतज़ार में है. यहां की पूजा काफ़ी अलग होती है, साथ ही पूरे रीति-रिवाज़ों का ख़्याल रखा जाता है. मयूर विहार की आरती भी देखने काफ़ी लोग आते हैं.
5. आराम बाग
यहां दिल्ली की सबसे ख़र्चीली दुर्गा पूजा मनाई जाती है. हर साल पूजा पर करोड़ों ख़र्च किए जाते हैं. जब आप यहां जाएंगे तो देखेंगे कि पंडाल को ख़ास तरीके से सोने के मंडप जैसा सजाया जाता है, जो देखने में बौद्ध मठ जैसा लगता है. दिल्ली में आराम बाग की इस पूजा ने ख़ूब लोकप्रियता हासिल कर ली है.
नवरात्र की छुट्टियों को घर बैठे बरबाद मत कीजिए. ये मौका साल में एक बार ही आता है.