बच्चों को ‘नासमझ’ समझने की ग़लती हम अकसर कर देते हैं और अकसर ही वो हमारी सोच से बिलकुल अलग कारनामे कर जाते हैं. एक 6 साल के बच्चे के एक ऐसे ही काम ने फिर से साबित कर दिया कि बच्चों को कच्चे समझने की ग़लती कभी नहीं करनी चाहिए.

जिस बच्चे की बात मैं कर रही हूं, उसने पेशेवर पायलट की तरह प्लेन चलाया है. आमेर का सपना पायलट बनने का है और जब वो Etihad Airways के पायलट से मिला, तो उसका ये सपना भी पूरा हो गया. आमेर जैसे ही Etihad Airways के कॉकपिट में पहुंचा, उसने पायलट को प्लेन के बारे में अपनी जानकारी से हैरान कर दिया. उसे हर पार्ट के बारे में वो सब डिटेल्स मालूम थी, जो एक 6 साल के बच्चे से करनी नाइंसाफ़ी होगी.

वो प्लेन, जहाज़ों के बारे में सब पढ़ता है, वीडियोज़ देखता है. अपना सपना पूरा करने के लिए इस बच्चे में जो Dedication है, वो बड़े-बड़ों में नहीं होता.

आमेर से इम्प्रेस हो कर पायलट और Etihad Airways ने अपनी अकादमी में उसे कुछ देर के लिए एक प्लेन का को-पायलट बना दिया. आमेर के लिए किसी सपने से कम नहीं है. लेकिन उसके जूनून के आगे ये एक शुरुआत भर है.

All the best आमेर.