हर इंसान रिटायरमेंट के बाद अपनी बाकि बची ज़िंदगी आराम से जीना चाहता है. जिन लोगों के पास पैसे होते हैं, वो किसी विदेश यात्रा या फिर चारधाम यात्रा पर निकल जाते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें ज़िन्दगी में हर वक़्त रोमांच और एडवेंचर चाहिए होता है. बात जब एडवेंचर और रोमांच की हो रही है तो पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के लिए ऐसा कर पाना आसान बात नहीं होती है. लेकिन कुछ लोग अपनी धुन के पक्के होते हैं. इसके लिए वो उम्र नहीं देखते.

57 वर्षीय पूजा चौहान भी एक ऐसी ही महिला हैं जिन्हें ज़िन्दगी में सब कुछ अलग ही करने की आदत है. उन्होंने पुरुषों की उस सोच को बदलने की कोशिश की है जिसमें कहा जाता है ‘महिलाएं और ये काम, लेकिन कैसे?’ नौकरी से रिटायर होने के बाद पूजा ने किसी ऐशो-आराम वाली ट्रिप के बजाय रोमांच और एडवेंचर को चुना. उन्होंने पिछले साल अपने पति के साथ रॉयल इन्फ़ील्ड बाइक से भारत भ्रमण पर निकलने की योजना बनाई. यात्रा पर निकलने से पहले इन दोनों ने घर पर ही थोड़ी बहुत तैयारियां भी की थीं ताकि उस माहौल में ख़ुद को ढाल सकें.

पूजा के पति दिलीप चौहान इंदौर की स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा के मैनेजर पद से रिटायर हुए हैं. पूजा और दिलीप ने पिछले साल 27 सितम्बर को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से अपनी यात्रा शुरू की थी. इसके बाद ये दोनों यहां से सीधे अजमेर पहुंचे फिर बीकानेर, दिल्ली, चंडीगढ़, अमृतसर, डलहौज़ी और श्रीनगर होते हुए लेह-लद्दाक पहुंचे. ये दोनों अब तक 150 दिनों में लेह से आगरा तक कुल 5500 किमी का सफ़र तय कर चुके हैं. अभी तक तो इन दोनों ने उत्तर भारत का सफ़र भी सही से पूरा नहीं किया है. अब भी आधे से ज़्यादा सफ़र और तय करना है.

जबकि यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए एक हादसे के बाद इन दोनों को 4 महीने के लिए अपनी यात्रा कुछ को रोकनी पड़ी थी. इस हादसे में दिलीप को Collarbone फ़ैक्चर हो गया था जबकि पूजा को भी चोटें आयी थीं. ठीक होने के बाद इन दोनों ने सोमवार को आगरा से अपनी यात्रा फिर से शुरू कर दी है. आगरा से गोरखपुर होते हुए ये दोनों नेपाल जायेंगे.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए दिलीप ने कहा, ‘रिटायरमेंट के बाद ज़्यादा वक़्त जाया न करते हुए हम घर से इस यात्रा पर निकल गए थे. रॉयल इन्फ़ील्ड से इंडिया भ्रमण के पीछे हम युवाओं को ये बताना चाहते थे कि रेटायरमेंट के बाद भी जिन्दगी में करने को बहुत कुछ है.’

दिलीप ने बताया कि ‘अभी तक जितनी भी यात्रा की है उसकी हमारे पास बहुत सी दिलचस्प यादें हैं. दशहरे के वक़्त हम श्रीनगर में थे और उस वक़्त हमने वहां की एक फ़ैमिली के साथ अपना दशहरा सेलिब्रेट किया. उन लोगों ने हमें अपने परिवार की तरह प्यार किया.’

दीपावली का ज़िक्र करते हुए पूजा ने कहा, ‘इस बार हमने दीपावली धर्मशाला में एक नेपाली परिवार के साथ मनाई. वहां का पारंपरिक खाना बेहद ही लाज़वाब था.’

इस यात्रा के दौरान कई लोगों ने पूजा और दिलिप के इस जज़बे को देखकर उनके साथ तस्वीरें भी खिंचाई. 

57 वर्ष की पूजा और 61 वर्ष के दिलीप अपनी इस यात्रा से कई युवाओं को टक्कर दे रहे हैं.