कोविड-19 के दौर में कब, क्या और कैसे हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता. इस दौरान हमने कई लोगों को बेबसी में दम तोड़ते भी देखा, तो कई लोगों को दोबारा नई ज़िंदगी मिलते हुए भी. कोरोनाकाल में शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसने किसी तरह की तकलीफ़ न झेली हो. सबसे ज़्यादा नुकसान छोटे विक्रेताओं और व्यापारियों को हुआ.

परेशानी के इस माहौल में हम देशवासी एक-दूसरे को अकेला कैसे छोड़ सकते हैं. इसलिये जिससे जिसके लिये जो कुछ हो पाया, लोगों ने इन Small Vendors और व्यवसायों के लिये मदद को हाथ आगे बढ़ाया. 

1. विकास खन्ना ने इडली बेचने वाली की मदद  

तमिलनाडु के कोयम्बटूर में रहने वाली 80 वर्षीय कमलाथल पिछले 35 साल से महज़ एक रुपये में इडली बेच कर लोगों का पेट भर रही हैं. लॉकडाउन के समय भी उन्होंने इडली ki क़ीमत बढ़ाने से इंकार दिया. अम्मा के बारे में जानते ही विकास खन्ना उनकी मदद को सामने आये और सोशल मीडिया के माध्यम से उन तक राशन पहुंचाने में कामयाब रहे.

2. दिल्ली में आम बेचने वाले को मिली लाखों की मदद 

दिल्ली के जगतपुरी इलाके में एक फल विक्रेता के फल एक भीड़ ने लूट लिए थे. इससे फल विक्रेता छोटे लाल को क़रीब 30 हज़ार का नुकसान हुआ था. उसने उसी दिन वो फल किसी से उधार पैसे लेकर ख़रीदे थे. इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.  इसके बाद सोशल मीडिया पर ही इस फल विक्रेता की मदद करने के लिए लोग आगे आने लगे.


देखते ही देखते लोगों ने लाखों रुपये में सब्ज़ी विक्रेता की मदद की.

3. बाबा का ढाबा

दिल्ली के मालवीय नगर में छोटा सा ढाबा चलाने वाले एक बुज़ुर्ग व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वो अपना बनाया हुआ खाना न बेच पाने और काम में मुश्किल की बात करते वक्त भावुक हो जाते हैं. इस वीडियो को वसुंधरा नाम की एक ट्विटर यूज़र ने शेयर किया, जिसमें ढाबा चलाने वाले बुज़ुर्ग दंपति बेहद परेशान नज़र आ रहे थे.


सोशल मीडिया पर ये वीडियो इतनी तेज़ी से वायरल हुआ कि रातों-रात बुज़ुर्ग दंपत्ति की क़िस्मत बदल गई. Zomato ने तो बाबा का ढाबा को listed भी कर लिया है. इस बात की जानकारी ख़ुद कंपनी ने ट्वीट कर दी, जिसके बाद ट्विटर पर #zomato भी ट्रेंड होने लगा. 

4. 13 वर्षीय अंडा विक्रेता की मदद को आगे आई जनता और नेता  

इंदौर में नगर निगम के अधिकारियों द्वारा एक 13 वर्षीय लड़के के अंडे के ठेले को पलट दिया गया था. सड़क किनारे अंडा बेचने के लिये अधिकारियों ने लड़के पर 100 रुपये का ज़ुर्माना भी लगाया था. इस दौरान लड़के को क़रीब 8 हज़ार रुपये का नुकसान हुआ. ख़बर सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हुई और सबने मिल कर उसकी मदद की. 

5. असम में सब्ज़ी बेचने वाली लड़की को पुलिस ने दी बाइक 

ये कहानी असम के डिब्रूगढ़ ज़िले की है, जहां एक 20 वर्षीय लड़की रोज़ाना साइकिल पर सब्ज़ी बेचने के लिये घर-घर जाती है. ताकि परिवार का पेट भर सके. परिवार के लिये जनमोनी गोगोई की ये मेहनत देख असम पुलिस से रहा नहीं गया और उन्होंने उसे moter bike गिफ़्ट कर di. 


दरअसल, सोशल मीडिया पर जनमोनी की एक तस्वीर ख़ूब शेयर की जा रही थी, जिसमें वो साइकिल में दो बड़े-बड़े थैले लटकाये हुए दिखाई दे रही थी. इस तस्वीर पर असम पुलिस की नज़र पड़ी और उन्होंने जनमोनी के बारे में पूरी जानकारी इकठ्ठा की.

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6. East London में फिर से चल उठा भारत का सबसे पुराना रेस्टोरेंट 

कोविड-19 में रेस्टोरेंट के मालिक की बेटी ने सोशल मीडिया के माध्यम से रेस्टोरेंट में आने की अपील की. लोगों ने बेटी की इस अपील को sir ankhon पर लिया और खाली पड़े इस रेस्टोरेंट में लोगों की लाइन लग गई.

7. सब्ज़ी बेचने वाले को मिली 2 लाख रुपये की मदद 

मुंबई मिरर के पत्रकार ने सड़क के डिवाइडर पर बैठे हुए एक सब्ज़ी विक्रेता की तस्वीर को फ्रंट पेज पर कवर किया. फ़ोटो में सब्ज़ी विक्रेता रोता हुआ और उदास दिखाई दिया. सब्ज़ी विक्रेता का दुख देख कर लोगों से रहा नहीं गया और कुल मिलाकर उसके पास 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद आ गई. 


दरअसल, मुंबई में भारी बारिश और जलभराव के कारण भेंडी बाज़ार में सब्ज़ी का ठेला लगाने वाले अशोक को मजबूरन अपनी दुकान बंद करनी पड़ी. सब्ज़ी बेचकर परिवार का पेट पालने वाले अशोक खाली हाथ घर लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पाए और सड़क के डिवाइडर पर बैठकर रोने लगे थे.

8. शख़्स ने ग़रीब को गिफ़्ट किया रिक्शा 

कुछ समय पहले ही बंग्लादेश में एक अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत सभी बैटरी रिक्शा हटाये जा रहे हैं. ढाका साउथ सिटी कॉर्पोरेशन का कहना है कि बैटरी रिक्शा के कारण कई हादसे हो रहे हैं. अभियान के तहत एक ऐसे ग़रीब शख़्स का वीडियो सामने आया, जो कि दुख के कारण बिलख-बिलख कर रो रहा था. शख़्स का नाम रहमान था, जिसने 80,000 रुपये उधार लेकर बैटरी रिक्शा ख़रीदा था. जैसे-तैसे उसने अपना रोज़गार शुरू ही किया था कि DSCC के अभियान के तहत उसका रिक्शा ज़ब्त कर लिया गया. सोशल मीडिया पर रहमान को रोता हुआ देख अहसान भुइयां नामक शख़्स का दिल पिघल गया और उसे रहमान को रिक्शा तोहफ़े में देकर उसकी मदद की.

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