मुकेश अंबानी… बस नाम ही काफ़ी है. देश के सबसे अमीर व्यक्ति होने का ताज इनके सिर पर विद्यमान है. अपनी कड़ी मेहनत और लगन से मुकेश ने नई ऊंचाईयां हासिल की हैं. पर किसी की सफ़लता को सिर्फ़ पैसों से या बाप-दादा की संपत्ति से जोड़ना गलत है. मुकेश बहुत सारे लोगों के लिए प्रेरणा हैं.
सफ़लता की राह आसान नहीं होती. रास्ते में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, इसके अलावा लोग भी मुश्किलें खड़ी करते हैं. हालांकि लोगों को आमतौर पर सफ़लता की चमक ही नज़र आती है, लोग ये भूल जाते हैं कि उस मुकाम तक पहुंचने के लिए कितनी मेहनत लगती है, या कितनी कुर्बानियां देनी पड़ती हैं.
कामयाबी की कोई सटीक परिभाषा नहीं है, पर कामयाब लोगों से अकसर ‘सफ़लता की कुंजी’ जैसे सवाल किए ही जाते हैं. कामयाबी की कोई Theory नहीं है. बातों से नहीं, बल्कि अपने काम से विश्व में नाम कमाने वाले मुकेश अंबानी से ये बातें हम सीख सकते हैं.
पैसा By-Product है
बचपन में ही अपने पिता धीरुभाई अंबानी से मुकेश ने ये गुर सीख लिए थे. धीरुभाई ने अपने बल-बुते पर देश का सबसे बड़ा बिज़नेस खड़ा किया था. मुकेश अपने पिता को ही अपना गुरू मानते थे और अपने पिता की कही हर बात को मानते थे. उनके पिता ने ही ये बात कही थी कि सिर्फ़ पैसों से ही कामयाबी नहीं मिल सकती.
अगर आप भी एक सफ़ल बिज़नेसमैन बनना चाहते हैं, तो सिर्फ़ पैसे कमाने के आईडिया को लेकर ही आगे न बढ़ें. याद रखें कि जब आपके कर्मचारी खुश रहेंगे, तभी आपका बिजनेस भी सफ़ल होगा.
खुली आंखों से देखें सपने
मुकेश का मानना है कि अगर आपकी आंखों में कोई सपना होगा, तभी आप एक सफ़ल बिज़नेस खड़ा कर पाएंगे. सपने ऐसे देखो, जिसके पूरे होने की उम्मीद बहुत कम हो, पर उन्हें पूरा करने का हौसला भी रखो. बात जब ‘सपनों’ की होती है, तो अकसर लोग उन बातों को खोखला समझते हैं. पर ज़रा सोचिए बिना किसी ख्वाब के आप किस के पीछे भागेंगे और आगे का रास्ता कैसे तय करेंगे?
खुद पर हो यकीन, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं
मुकेश को बहुत से लोग बेदिल और बेदर्द समझते होंगे और उनकी कंपनी को ख़ून चूसने वाली कंपनी. ये सब Antilla (दुनिया का सबसे महंगा घर) और दूसरे कारणों से हो सकता है, पर मुकेश से एक बात हम सीख सकते हैं. उन्होंने हमेशा वही किया है, जो उनके दिल ने कहा है. अगर आपका दिल सच्चा हो और आप में जुनून हो, तो कितना भी वक़्त क्यों न लगे, मंज़िल दूर नहीं होगी.
भरोसा सब पर, पर निर्भरता किसी पर नहीं
भरोसा शब्द से ही हम कतराने लगे हैं, पर बिजनेस में भरोसा भी बहुत ज़रूरी है. एक बात ये भी है कि हम बुरे अनुभव से ही सीखते हैं और आप सबसे ज़्यादा अपनी ज़िन्दगी से ही सीख सकते हैं. विश्वास ज़रूरी है, किसी पर भी निर्भरता आपको मुश्किल में डाल सकती है.
बिना Risk के कामयाबी नहीं मिलती
जुआ खेलने में और जोख़िम उठाने में फ़र्क है. दोनों ही सूरत में अनुभव तो होते हैं. पर एक रास्ता सही है और एक ग़लत. मुकेश जोख़िम उठाते हैं.
सफल बिज़नेस चलाने के लिए आपको भी हमेशा जोख़िम उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए. अपने सपनों को पूरा करने के लिए ग़लत रास्ता या Shortcut चुनना समझदारी नहीं है.
जब तक मंज़िल न मिले, राहत की सांस लेना बेवकूफ़ी है
जो थक कर रुक जाते हैं, मंज़िल उन्हें नहीं मिलती. बचपन में आपने कछुए और खरगोश की कहानी तो सुनी ही होगी. मार्केट आपके लिए नहीं रुकेगा, इसलिए आपको हमेशा तैयार रहना होगा. जब तक मंज़िल न मिल जाए, तब तक लगातार कोशिश करते रहना चाहिए.
टीम वर्क में हो विश्वास
अगर आप एक सफ़ल बिजनेस खड़ा करने का ख़्वाब देख रहे हैं, तो ये काम आप अकेले नहीं कर सकते, ये तय है. अपनी टीम पर भरोसा करना और टीम को साथ लेकर चलना बहुत ज़रूरी है. अपनी टीम के साथ समय व्यतीत करना भी बहुत ज़रूरी है, इससे आप टीम मेंबर्स का भरोसा जीत पाएंगे.
सतर्क रहना
अपने आस-पास की खोज-ख़बर रखना बुरे वक़्त में आपकी सहायता कर सकता है. मान लीजिए आपने एक Revolutionary Product बनाया, पर याद रखिए उसके Competitor को बाज़ार में आने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा. हमेशा कुछ बेहतर करने की कोशिश में लगे रहना ही आपको कामयाबी दिला सकता है. किसी कंपनी से कड़ी टक्कर से आपके बिजनेस में ही सुधार होगा, इसका मतलब ये भी नहीं है कि आप दूसरी कंपनियों से दुश्मनी मोल लें.
Credibility जहां, Success वहां
मुकेश हमेशा अपने कर्मचारियों से Interact करते हैं. ये बहुत ज़रूरी है. जिस दिन आप अपनी आराम कुर्सी पर बैठ गए, उस दिन से आपके बिजनेस की उल्टी गिनती शुरू हो सकती है. आपकी कंपनी के कर्मचारियों से अच्छे रिश्ते बनाकर रखना होगा, तभी वो पूरी लगन से आपके लिए काम करेंगे.
मुकेश अंबानी द्वारा दिए गए ये टिप्स आपके बिज़नेस के साथ ही आपकी असल ज़िन्दगी में भी मददगार साबित हो सकते हैं.
Source: Business Insider