बचपन, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता, जो मासूम होता है, जिसे हमसे कोई छीन नहीं सकता, जो कभी लौट नहीं सकता. वो बचपन कितना बेफ़िक्र होता है कि खेलते-खेलते भले ही छत पर सो जाते थे पर सुबह तो अपने बिस्तर पर ही होती थी. मेरी इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता. बचपन में खेलते-खेलते पता ही नहीं चलता था कि सूरज कब ढल गया. क्यों सही कहा न? आज हम आपको 90 के दशक के उन्हीं बचपन के खेलों में ले जा रहे हैं, जब न ही मोबाइल था और न ही इंटरनेट था. तब न PUBG था और न ही कैंडी क्रश.
तो चलिए आज बचपन के इनडोर और आउटडोर गेम्स की याद दिलाते हैं, जिनको खेलते हुए आपने कई बार मम्मी-पापा की डांट खायी होगी, तो कभी चोट भी लगी होगी.
पहले बात करते हैं इनडोर गेम्स की
1. लूडो
2. कैरम
3. चिड़िया उड़
4. सांप-सीढ़ी
5. गुड्डा-गुड़िया
6. व्यापार
7. छुपन-छुपाई
8. इक्कल-दुक्कल (स्टापू)
9. राजा मंत्री चोर सिपाही
10. गिट्टियां
11. Dumb Charades
12. अंताक्षरी
13. कंचे
14. नेम प्लेस एनिमल थिंग
15. ज़ीरो-कट्टा
अब बात करते हैं आउटडोर गेम्स की
16. पकड़म-पकड़ाई
17. गिट्टी-फोड़
18. विष-अमृत
19. खो-खो
20. साइकिल रेसिंग
21. म्यूज़िकल चेयर
22. पोसंपा
23. रस्सी-कूद
24. ऊंच-नीच का पापड़ा
25. आंख-मिचौली
26. चेन-चेन
27. लंगड़ी-टांग
28. स्टैचू
29. गिल्ली-डंडा
30. टिप्पी-टिप्पी टैप
क्यों याद आ गया न वो 90 के दशक का बचपन, जब कभी न कभी आपने भी दोस्तों या भाई-बहन के साथ ये खेल खेले होंगे!