हमने कई तरह की तीर्थ यात्राओं के बारे में पढ़ा और सुना है. अमरनाथ यात्रा हो या चारधाम यात्रा, धार्मिक आस्था से जुड़ी यात्राओं का अनुभव ही अलग होता है.
इस वीडियो में जो लोग दिख रहे हैं, ये भी एक तीर्थ यात्रा का ही हिस्सा हैं. और ये पाकिस्तान की एक तीर्थ यात्रा की तस्वीर है.
हिंगलाज माता मंदिर का महत्व
कहते हैं जब विष्णु ने माता सती के शरीर के 51 टुकड़े किए थे तब माता का सिर जिस स्थान पर गिरा था, वहीं आज हिंगलाज माता का मंदिर है. अप्रैल में साधु और हठ योगी इस मंदिर तक 4 दिनों की तीर्थ यात्रा का आयोजन करते हैं जिसमें भारत और पाकिस्तान के सैंकड़ों हिन्दू हिस्सा लेते हैं.
एक यात्रा ज्वालामुखी से होते हुए
कराची से 330 किलोमीटर दूर स्थित हिंगलाज माता मंदिर पहुंचने के रास्ते में पड़ता है 300 फ़ीट ऊंचा ज्वालामुखी, चंद्रगुप.
आसान नहीं है चढ़ाई
पेड़-पौधे हीन इस स्थान की यात्रा काफ़ी मुश्किल है. धूल भरी आंधियों और तेज़ धूप का सामना करके ही हिंगोल माता तक पहुंचा जा सकता है.