रमजान के इस पाक महीने में उत्तर प्रदेश के मेरठ की एक मस्जिद ने सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की. इन दिनों मस्जिदों में रोज़ेदारों की भीड़ होने के बावजूद स्थानीय जामा मस्जिद ने अपने परिसर शिव भंडारे की अनुमति देकर शानदार काम किया है.   

amarujala

दरअसल, गुरुवार को मेरठ के कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चाहशोर में स्थित सोमनाथ शिव मंदिर का स्थापना दिवस था. इस खास मौके पर मंदिर कमेटी ने विशाल भंडारे का आयोजन किया था. इस दौरान श्रद्धलुओं की भीड़ के चलते मंदिर परिसर में भंडारे का खाना बनाने के लिए जगह नहीं मिली.  

indiatimes

इसके बाद मंदिर कमेटी के लोग पास ही स्थित जामा मस्जिद के मौलवियों के पास गए. जब इन लोगों ने मौलवियों से उनके परिसर में भंडारे का खाना बनाने की जगह मांगी, तो उन्होंने ख़ुशी-ख़ुशी इस नेक काम के लिए जगह दे दी.  

wikimapia

इस दौरान आस-पास के मुस्लिम परिवारों ने भोजन बनाने में मदद की. इसके बाद इन लोगों ने भंडारे के दौरान लोगों को खाना वितरित करने में भी मंदिर कमेटी के लोगों की मदद की. 

इस दौरान जामा मस्जिद के द्वार सुबह-सुबह ही खोल दिए जाते थे, ताकि भंडारे का खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीज़ों को आसानी लाया और ले जाया जा सके. एक और खास बात, जिस पानी से रोज़ेदार हाथ धोकर नमाज़ पढ़ने जाते थे उस पानी का इस्तेमाल गंदी सब्जियों को धोने के लिए किया जाता था.  

wikimapia

स्थानीय लोगों के मुताबिक़ सोमनाथ शिव मंदिर लगभग 150 साल पुराना है. इस मंदिर को लगभग एक दशक पहले पुनर्निर्मित किया गया था. इस दौरान गणेश, शिव, दुर्गा, हनुमान की मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया गया था.