घर जहान के किसी भी कोने में हो, बस घर ही होता है. कुछेक आंखें घर को तरस रही हैं. कुछेक आंखें घर में होने के बावजूद भी घर में नहीं हैं. जो लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर एक नया घर तलाशने की कोशिश कर रहे हैं, वो आसानी से घरों की कीमत और उनके महत्व को समझते हैं. यहां इस आर्टिकल में हम आपको दुनियाभर के तमाम घरों का इंटरियर डिज़ाइन दिखा रहे हैं.
देखिए ज़रा:
1. स्पेन
स्पेन में ज़्यादातर लोग अपार्टमेंटस में रहते हैं. ऊपर जो तस्वीर दिख रही है, कुछ ऐसे ही घर होते हैं स्पेन में.
स्पेनिश अपार्टमेंटस में दीवारें सफेद ही होती है, ज़मीन पर पत्थर लगाया जाता है. इसके अलावा शटर वाली खिड़कियां होती हैं. गर्मियों के दौरान ये घर काफ़ी ठंडे रहते हैं. यहां कई घरों में इलैक्ट्रिक हीटर्स भी होते हैं.
ये किचन और लीविंग रूम की एक तस्वीर है. इससे पता चलता है कि ज़्यादातर घरों के किचन यहां बड़े होते हैं. हों भी क्यों ना भाई. स्पेनिश लोग खाने-पीने के बहुत शौक़िन जो होते हैं.
2. स्वीडन
यहां के घर ऐसे होते हैं.
स्वीडिश लोग बेसमेंट का अच्छे से इस्तेमाल करते हैं. यहां ज़्यादातर साइकिल्स ही खड़ी मिलती हैं. इसके अलावा कपड़े धोने वाली मशीन और जिम इत्यादि बेसमेंट में ही बनाये जाते हैं.
यहां भी घरों की दीवारें सफेद ही होती हैं. स्वीडन में घरों की खिड़कियों पर आपको अलग तरह के पारंपरिक डिज़ाइन देखने को मिलेंगे.
3. जापान
जापान की राजधानी टोक्यो दुनिया के सबसे महंगे शहरों में से एक है. इसी कारण यहां लोगों का रहना-सहना भी थोड़ा महंगा ही है.
ज़्यादातर अपार्टमेंटस में छोटे-छोटे कमरे ही हैं. उन्हीं कमरों में तमाम तरह की सुविधाएं मिल जाती हैं. देखिए ये तस्वीर.
जाहिर सी बात है जब कमरा छोटा होगा, तो बाथरूम भी छोटा ही होगा. कुछ इस तरह से!
4. दक्षिण कोरिया
यहां के 80 प्रतिशत लोग अपार्टमेंटस में ही रहते हैं.
दक्षिण कोरिया में अपार्टमेंटस भी छोटे ही होते हैं, हालांकि खिड़कियां बड़ी होती हैं. ठीक इस तरह से.
5. ब्रिटेन
यहां अपार्टमेंटस में लोग कम ही रहते हैं. ऊपर जो तस्वीर दिख रही है, ऐसे घर होते हैं ब्रिटेन में.
यहां हर कमरे में एक कार्पेट बिछा होता है. इंटीरियर स्पेसिंग का यहां अच्छे से इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही यहां हॉट एंड कोलड कंट्रोल दोनों तरह की सुविधाएं भी होती हैं.
किचन कुछ इस तरह के होते हैं यहां:
6. अमेरिका
प्रति व्यक्ति रहने लायक स्पेस अमेरिका में अन्य देशों के मुकाबले सबसे ज़्यादा है. इसका मतलब यह हुआ कि यहां का लीविंग स्टेंडर्ड बाकी देशों से दुरुस्त है. ज़्यादा स्पेस होने के कारण लोग अपार्टमेंटस में रहना नहीं, बल्कि घरों में रहना पसंद करते हैं. इन घरों में फर्नीचर कम होता है.
बाथरूम और लॉन्ड्री रूम कुछ ऐसा होता है यहां:
ये हैं लीविंग रूम और किचन…
7. इंडिया
आप तो जानते ही हैं कि भारत के दो रंग हैं.
भारत में आधुनिक पश्चिमी और पूर्वी स्टाईल की तरह डेकोरेशन की जाती है. स्टोर रूम तो ज़रूर होता है यहां. मेहमाननवाज़ी का रिवाज रगों में बसे होने के कारण घर के ऊपर वाला कमरा अकसर मेहमानों के लिए ही रखा जाता है.
8. ऑस्ट्रेलिया
यहां भी लोग बनिस्बत अपार्टमेंटस के घरों में रहना ज़्यादा पसंद करते हैं. जनसंख्या कम और स्पेस ज़्यादा होना भी इस पसंद का एक कारण हो सकता है.
ऑस्ट्रेलिया में लोगों के घर बड़े-बड़े होते हैं. तीन-तीन तो बैडरूम होते हैं. बैडरूम के साथ एक लीविंग रूम अलग से होता है. इसके अलावा एक गैराज ज़रूर होता है. सभी दरवाज़ें कांच के ही होते हैं.
9. क्यूबा
क्यूबा में ज़्यादातर घर कंक्रीट के बने हुए हैं. आमतौर पर एक या दो फ्लोर के मकान होते हैं यहां. यहां शीशे का नहीं, बल्कि लकड़ी और धातु की खिड़कियां होती हैं.
यहां अंदर का नज़ारा कुछ ऐसा होता है:
कुछ भी कर लो, चाहे जितनी भी दुनिया घूम लो भईया… घर तो अपणा ही भावे है? क्यों सही बोल्यो ना मैं?