बैंक से ले कर पैन कार्ड तक, आजकल हर जगह आधार कार्ड को जोड़ा जाने लगा है. आधार कार्ड लोगों के लिए कितना ज़रूरी हो चुका है, ये आप पहले ही सरकार की योजनाओं से जान चुके होंगे. आधार कार्ड के ज़रिये योजनाओं की सफ़लता को देखते हुए अब सरकार इसे कंडोम की ख़रीद से जोड़ने का मन बना चुकी है.
दरअसल सरकार ने ये फ़ैसला बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए लिया. आंकड़ों के अनुसार, बड़ी जनसंख्या की वजह से सरकार की कई योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पाता था. इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए प्रधानमंत्री पहले ही केबिनेट मंत्रियों की आपात बैठक बुला चुके थे.
कैबिनेट की बैठक के बाद इस बाबत लोकसभा में एक बिल भी पेश किया, जिसे सरकार अध्यादेश की शक्ल में लागू करने का मन भी बना चुकी है. बाबा रामदेव ने सरकार के इस कदम को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ‘सरकार के इस फ़ैसले का असर भविष्य में दिखाई देगा.’
हालांकि सरकार के इस फ़ैसले पर विपक्षी दल सड़क से संसद तक विरोध करते नज़र आये. राज्य सभा में सांसद लालू प्रसाद यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘सरकार में बैठे लोग, न तो करना चाहते हैं और न ही करने देना चाहते हैं.’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे सरकार का फासीवादी फैसला बताया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस फ़ैसले का बहिष्कार करने को कहा.
जेएनयू स्टूडेंट्स संघ के पूर्व अध्य्क्ष और छात्र नेता कन्हैया कुमार आज़ादी के नारे के साथ कंडोम खरीदने दुकान पहुंचे, जहां दुकानदार ने उन्हें एंटी-नेशनल कहते हुए कंडोम देने से मना कर दिया.
सरकार के इस फ़ैसले का आने वाले समय में क्या असर होगा ये, तो बाद में ही मालूम होगा. फ़िलहाल ये देखना दिलचस्प होगा कि हर काम जुगाड़ से करने वाले लड़के इससे बचने के लिए क्या जुगाड़ लगाते हैं.
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