इस दुनिया में सबसे बड़ा पुण्य का काम है ज़रूरतमंदों की मदद करना. सही समय पर किसी ज़रूरतमंद को मदद मिल जाए, तो इससे बेहतर उसके लिए और क्या हो सकता है. हमारे देश में कई ऐसे हीरो हैं, जो चुपचाप अपने नेक कामों से हज़ारों लोगों को नई ज़िंदगियां दे रहे हैं.
ऐसे ही एक शख़्स हैं छत्तीसगढ़ के रहने वाले अजय पाल. अजय छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में अपनी मोटर साइकिल से लोगों को नई ज़िंदगी दे रहे हैं. वो अब तक अपनी मोटर साइकिल एम्बुलेंस की मदद से 200 गर्भवती महिलाओं को नया जीवन दे चुके हैं.
अजय ने ये मोटर साइकिल को घूमने-फिरने के लिए नहीं, बल्कि प्रसव पीड़ा के दौरान उचित मेडिकल सुविधा न मिलने वाली महिलाओं की मदद के लिए ख़रीदा है. उन्होंने अपनी इस मोटर साइकिल में एक मेडिकल एम्बुलेंस अटैच की हुई है. जिसकी मदद से वो ज़रूरतमंदों को हॉस्पिटल तक ले जाते हैं. इस दौरान अजय को कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है, लेकिन उनका मक़सद सिर्फ़ लोगों की मदद करना है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में अब भी लोग शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बेसिक सुविधाओं से कोसों दूर हैं. ऐसे समय में अजय इन लोगों के लिए फ़रिश्ता बनकर आते हैं. सिर्फ़ महिलाएं ही नहीं, बल्कि इस इलाके के हर बीमार शख़्स को हॉस्पिटल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अजय ख़ुद लेते हैं.