भारत हमेशा से ही आविष्कारों की धरती रहा, फिर चाहें वो शतरंज का खेल हो, शून्य, अस्त्र-शस्त्र, विमान, सांप-सीढ़ीं या गुरुत्वाकर्षण बल की खोज ही क्यों न हो. भारतीयों द्वारा खोजी गई इन चीज़ों के बारे में तो आप अच्छी तरह जानते ही हैं, लेकिन आज हम बताते हैं भारतीयों के उन शानदार आविष्कारों के बारे में जिसकी न सिर्फ़ पूरी दुनिया में प्रशंसा हुई, बल्कि दुनिया ने उसे अपनाया भी.

1. फ़्लश टॉयलेट

ज़्यादातर लोगों का मानना है कि टाॅयलेट में शौच के लिए जाने कि परंपरा हमने पश्चिमी लोगों से सीखी है. इसके अलावा आज के आधुनिक टाॅयलेट में एक बड़ी ख़ासियत उसका फ़्लश होता है, लोगों का मानना है कि ये भी विदेशियों की देन है. असल में ऐसा बिल्कुल नहीं है, पहली बार इस तरह के टॉयलेट का इस्तेमाल सिन्धु घाटी की सभ्यता के लोगों ने किया था. दरअसल, मोहनजोदड़ो एक पूरी तरह से विकसित नगर था, जहां निकासी व्यवस्था अतुलनीय थी. कहा जाता है कि इस सभ्यता के लोग हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग में माहिर थे.

2. आयुर्वेद

आज पूरी दुनिया का रुझान आयुर्वेद की तरफ़ बढ़ता जा रहा है. वैसे ये भी भारत की ही देन है. दरअसल, प्राचीन समय में श्रृषि मुनि जंगलों में जड़ी बूटियों से रोग नाशक औषधियां बनाते थे. आज ये प्रक्रिया पूरी दुनिया में काफ़ी लोकप्रिय है.

3. शैम्पू

शैम्पू शब्द का अाविष्कार भारत में ही हुआ है. ये शब्‍द हिंदी शब्द चांपो से बनाया गया है. सिर में तेल लगाकर मालिश की परम्परा बंगाल में 17वीं सदी में शुरू हुई थी. इसके बाद धीरे-धीरे शैम्पू के रूप में इस पंरपरा का विकास हुआ.

4. कपास की खेती

आज से करीब 2 हज़ार साल पहले सिंधु घाटी के लोग सूती कपड़े का इस्तेमाल किया करते थे, क्योंकि उस समय इन इलाकों में कपास की खेती हुआ करती थी और सूती कपड़ों का निर्माण होता था. वहीं अब दुनियाभर में सूती कपड़ों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

5. प्लास्टिक सर्जरी

आज भले ही कई लोग सर्जरी कराने के लिए विदेश जाते हों, लेकिन आज से करीब 2 हज़ार साल पहले पहली प्लास्टिक सर्जरी भारत में ही की गई थी.

6. रेडियो

14 साल पहले भारतीय वैज्ञानिक सर जगदीश चन्द्र बोस ने वर्ष 1895 में ही रेडियो का आविष्कार किया था. साथ ही इसके दो साल बाद मार्कोनी ने लंदन में इस खोज का प्रदर्शन किया था.

7. योग

भारतीय इतिहास के पूर्व-वैदिक काल से ही प्रचलन में रहा योग हिन्दू, बौद्ध और जैन संस्कृति का एक अभिन्न अंग है. खुद को फ़िट रखने के लिए दुनिया भर में योग आज के इस दौर में सबसे पसंदीदा माध्यम है. योगा की लोकप्रियता को देखते हुए, 21 जून को इंटरनेशनल योगा डे घोषित कर दिया.

8. पत्तल

कई वर्षों पहले किसी भी समारोह में थाली में नहीं, बल्कि पत्तल में खाना परोसा जाता था. वहीं आज दुनियाभर में प्लास्टिक और थर्माकोल वाली स्टाइलिश प्लेट की जगह पत्तल से बनी प्लेटों का इस्तेमाल किया जाता है.

इतिहास गवाह है इस बात का कि भारत हमेशा से एक महान अाविष्कारक देश रहा है, तो अब सोचना क्या. उठिये और कर डालिए देश के लिए एक नया अाविष्कार और दिखा दीजिए दुनिया को कि हम भारतीय हर मामले में सबसे आगे हैं.