क़ुदरत की खूबसूरती को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता. क़ुदरत एक सुंदरी के नायाब हुस्न की तरह अपनी सुंदरता की रौशनी से सारे जहान को रौशन किये रहती है. प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगाने वाली कई प्राकृतिक जगहों में से बैकाल झील भी एक है.

 

 

 

रूस में स्थित बैकाल झील दुनिया की सबसे गहरी और सबसे साफ़ पानी की झील है. इस झील की खूबसूरती में सर्दियों के दिनों में बहार सी आ जाती है. बैकाल का आकार भी अपने आप में नायाब है, यह झील लगभग 600 किलोमीटर लंबी है. इन सर्दियों में ज़बरदस्त ठंड पड़ने की वजह से यह जम चुकी है और इसके जमते ही लोगों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं है.

 

 

 

इस झील का पानी इस तरह से जम चुका है कि इस पर 15 टन वजन का वाहन आसानी से चल सकता है. इस समय अलग-अलग जगहों पर बर्फ़ के जमने की मोटाई अलग-अलग है. 1 मीटर से लेकर 5 मीटर तक की बर्फ़ की परतें यहां बन चुकी हैं.

 

 

 

दुनिया की सबसे साफ़ झील होने की वजह से इसके जमने के बाद लगभग 40 मीटर तक इसके अंदर मौजूद वनस्पति और जीवों को जमी हुई अवस्था में देखा जा सकता है.

 

 

 

बैकाल की उत्पत्ति को लेकर अभी कोई सही जानकारी नहीं है, लेकिन यह तय है कि यह पृथ्वी पर मौजूद साफ़ पानी की सबसे बड़ी झील है. इसकी साथ ही यह दुनिया की सबसे गहरी झील भी है. इसकी वर्तमान गहराई 1642 मीटर है. बैकाल के अलावा दुनिया में केवल दो ही झील ऐसी है, जिनकी गहराई 1000 मीटर से ज़्यादा है.

 

 

 

इन दिनों यह झील लोगों के घूमने के लिए सबसे फ़ेवरेट पिकनिक डेस्टिनेशन बन गई है. कुछ जगहों पर तो पानी इस तरह से जम चुका है, जैसे कोई कांच हो, जिसमें अपना चेहरा आराम से देखा जा सके. लोग यहां पर स्केटिंग करने का भी लुत्फ़ उठा रहे हैं.

 

 

यहां जमी बर्फ़ मई के महीने में पिघल जाती है, लेकिन लोगों को वाहन लेकर इस पर चलने पर बैन अप्रैल में ही लग जाता है. झील में देखने पर बर्फ़ के बुलबुले से बने हुए नज़र आते हैं. यह बुलबुले पानी में मौजूद एल्गी द्वारा छोड़ी जाने वाली मिथेन गैस की वजह से बनते हैं.

 

 

सामान्यत नदियां जा कर झीलों में गिरती हैं, लेकिन बैकाल दुनिया की एकमात्र ऐसी झील है, जिसके अंदर से Angara नामक नदी निकलती है.

 

 

बैकाल में फ़ैली खूबसूरती को देख कर कहा जाये कि यह दुनिया की सबसे खुबसूरत जगह है, तो कुछ गलत नहीं होगा.