आज से 20 साल पहले लोग भविष्य की बातें करते हुए कहते थे कि एक समय आएगा जब इंसानों का आधा काम Robots कर रहे होंगे. इस समय हम इस सच को जी रहे हैं. आज हर वो चीज़, जो मानव कर सकता है, Robot आसानी से कर रहे हैं. लेकिन Robot सिर्फ़ Instructions फॉलो करने के लिए नहीं बने. Robots के साथ-साथ एक भाषा Develop की गयी, जिसे हम Artificial Intelligence कहते हैं. ये Artificial Intelligence वही है, जैसे iPhone की SIRI. Robots को Artificial Intelligence देने के बाद ये काम करने के साथ-साथ Human Emotions समझने लगे. लेकिन Artificial Intelligence का फ़ायदा का उठा कर Robots की ऐसी Breed तैयार हो गयी है, इंसानों से ज़्यादा ख़तरनाक हो चुकी है और इन्हें Killer Robots कहा जाने लगा. 

Metro.co.uk

इसका एक छोटा सा Example ये होगा कि अगर कभी दो देशों के बीच जंग जैसे हालात बनते हैं, तो ये Killer Robots इंसानों की तरह सोचने का बजाये, बिना समझे अटैक कर देंगे. सबसे अफ़सोस की बात ये है कि इन्हें बनाया भी इंसान ने ही है. ये बातें आपको अगर झूठ लग रही हैं तो एक ताज़ा उदाहरण देते हैं: कुछ समय पहले Microsoft ने iPhone के SIRI की तर्ज पर अपनी एक Artificial Intelligence बनाई. कहा जा रहा था कि ये AI एक नई क्रान्ति लेकर आएगी, लेकिन Microsoft को इसे आनन-फ़ानन में बंद करना पड़ा. क्योंकि उनकी AI ने अपनी ख़ुद की Language बना ली थी, वो निर्देश लेने के बजाये, उन्हें निर्देश देने लगी थी.

ये बिलकुल वैसा ही है, जैसा आपका Google Map आपको सही की जगह जानबूझ कर ग़लत डायरेक्शन दिखाने लगे.

Digiato

दुनिया भर के 100 से ज़्यादा Artificial Intelligence लीडर्स ने सयुंक्त राष्ट्र को पत्र लिख कर चेताया कि Warfare में तीसरी क्रान्ति आने वाली है. अगर ये हुआ, तो दुनिया भर में हज़ारों-लाखों लोगों की मौत यूं ही होगी. इन Killer Robots का इस्तेमाल आतंकवादी लाखों लोगों में दहशत फैलाने के लिए करेंगे. जंग में सैनिक नहीं, Robot लड़ रहे होंगे. इंसानों की तरह Emotions न होने की वजह से वो ऐसा करने से पहले एक बार भी नहीं सोचेंगे.

ABC News

2015 में स्टीफ़न हॉकिंग सहित दुनिया के कई Scientist Killer Robots पर रोक लगाने की बात कर चुके हैं.