नैनीताल हमेशा से ही अपनी ख़ूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध रहा है. ये ख़ूबसूरत हिल स्टेशन हर मौसम में पर्यटकों की पहली पसंद होता है. नैनीताल में वैसे तो कई ख़ूबसूरत जगहें हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. इन्हीं में से एक है मुक्तेश्वर जो नैनीताल से क़रीब 51 किमी दूर है. मुक्तेश्वर अपनी ख़ूबसूरत वादियों के लिए जाना जाता है. आज हम आपको मुक्तेश्वर के एक ऐसे ही गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इन दिनों पर्यटकों के लिए ख़ास बनता जा रहा है. ख़ूबसूरती के साथ-साथ इस गांव की सबसे ख़ास बात ये है कि ये अब भी गूगल मैप की पहुंच से बाहर है.
अगर आप भी घूमने-फिरने की शौक़ीन हैं, तो इस मिस्ट्री गांव की सैर आपको रोमांचित कर सकती है.
बनलेखी गांव
मुक्तेश्वर का ये ख़ूबसूरत गांव इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. चारों ओर हरे-भरे पहाड़, दूर-दूर तक फ़ैले हिमालय की ऊंची-ऊंचीं चोटियां, ठंडी व शुद्ध हवा और चिड़ियों का चहकना इस गांव की ख़ूबसूरती पर चार चांद लगाने का काम करते हैं. बनलेखी, मुक्तेश्वर का सबसे दूर दराज़ वाला गांव माना जाता है. इस गांव में आपको उत्तराखंड की असल संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. अगर आपको इस गांव की सैर करनी है, तो पैदल यात्रा आपको एक अलग ही अहसास कराएगी. यहां के सीधे-सादे लोग आपको बिना जान पहचान के भी अपने घरों में आने का निमंत्रण देंगे. इसके अलावा अपने यहां की कई लोकल डिसेज़ से भी रूबरू कराएंगे.
1- कहां घूमें
भालू गाढ़ वाटरफ़ॉल
बनलेखी से क़रीब 12 किमी दूर स्थित भालू गाढ़ वॉटरफ़ॉल पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है. चारों तरफ़ से पहाड़ों से घिरा ये वॉटरफ़ॉल बेस्ट पिकनिक स्पॉट भी बनता जा रहा है. अगर आप बर्ड लवर हैं, तो यहां आपको कई तरह की पक्षियां देखने को मिल जाएंगी.
मुक्तेश्वर धाम
वैसे तो इस गांव के आस-पास शिव मंदिर, राजारानी मंदिर और ब्रह्माश्वर मंदिर जैसे कई मंदिर हैं, लेकिन मुक्तेश्वर धाम की बात ही अलग है. ये धाम इस क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. भगवान शिव, पार्वती, गणेश और नंदी को समर्पित ये मंदिर बनलेखी की पहचान है. इस धाम के दर्शन नहीं किये तो आपकी यात्रा पूर्ण नहीं मानी जाती है.
नंदा देवी चोटी के दर्शन
मुक्तेश्वर के सबसे अच्छे अनुभवों में एक है नंदा देवी चोटी के विहंगम नज़ारे के दर्शन. सुबह जल्दी उठकर सूर्योदय के समय बर्फ़ से ढकी नंदा देवी चोटी के ख़ूबसूरत दृश्य को निहारने का अवसर न गवाएं, क्योंकि ये आपके सबसे यादगार अनुभवों में से एक होने वाला है. यहां जा पाना तो मुश्किल है, लेकिन आप इसके दर्शन दूर से ही कर सकते हैं.
ट्रैकिंग और कैंपिंग का लुफ़्त
बनलेखी गांव में आप ट्रैकिंग और कैंपिंग का लुफ़्त भी उठा सकते हैं. ट्रैकिंग के लिए आप यहां की ऊंची पहाड़ियों पर चढ़ाई कर सकते हैं. जबकि कैंपिंग के लिए Club Taurus Adventure Camp आपकी ये इच्छा पूरी कर सकता है. यहां एक रात रुकने के लिए आपको क़रीब 2500 रुपये ख़र्च करने होंगे.
2- क्या खाएं
बनलेखी दूर दराज़ का गांव होने के कारण आपको यहां खाने के ज़्यादा ऑप्शन नहीं मिल पाएंगे. जबकि मुक्तेश्वर में स्थित निरवाना ऑर्गनिक किचन, कैफ़े लोकल और द बर्डकेज़ जैसे कई फ़ेमस रेस्टोरेंट में आपको पहाड़ी खाने से लेकर हर तरह का खाना मिल जायेगा. यहां आपको कई स्वादिष्ट कुमाउंनी व्यंजन जैसे मड़वे की रोटी, सिसुणे का साग, कापा, भट की चुटकानी और आलू के गुटखे खाने को मिल जायेंगे.
3- जाने का सही समय
बनलेखी गांव (मुक्तेश्वर) जाने का सबसे सही समय गर्मियों में मार्च से जून, जबकि ठन्डे के समय में अक्टूबर से मार्च तक रहेगा. जुलाई से सितम्बर के समय यहां काफ़ी बारिश होती है, जो आपकी ट्रिप को बर्बाद कर सकती है.
4- कैसे जाएं
हवाई
दिल्ली से मुक्तेश्वर हवाई, सड़क और रेल मार्ग द्वारा आसानी से जाया जा सकता है. मुक्तेश्वर से सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा पंतनगर एयरपोर्ट है. यहां से आप मुक्तेश्वर के लिए प्राइवेट कैब या फिर स्टेट ट्रांसपोर्ट का सहारा ले सकते हैं. तीन घंटे में आप बनलेखी पहुंच जाएंगे.
सड़क
दिल्ली से बनलेखी गांव की दूरी करीब 325 किमी है. दिल्ली से डायरेक्ट मुक्तेश्वर के लिए आपको पब्लिक ट्रांसपोर्ट आसानी से मिल जायेगा. यहां पहुंचने के लिए आपको कम से कम 9 घंटे का समय लगेगा.
रेल मार्ग
रेल मार्ग से आप काठगोदाम या फिर रामनगर तक जा सकते हैं. काठगोदाम से मुक्तेश्वर की दूरी 65 किमी है. यहां से आपको स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस और प्राइवेट कैब आसानी से मिल जाएंगी.
5- कहां ठहरें
बनलेखी रिसोर्ट
बनलेखी में ठहरने के लिए एकमात्र बनलेखी रिसोर्ट ही है. इस रिसोर्ट में दो लोगों के ठहरने के लिए आपको एक रात के क़रीब 3500 रुपये ख़र्च करने होंगे. इसमें आपको ब्रेकफ़ास्ट की सुविधा भी मिलेगी. अगर बनलेखी में नहीं ठहरना चाहते हैं, तो आप मुक्तेश्वर आकर रुक सकते हैं. जहां आपको आसानी से सस्ते में रुकने की जगह मिल जाएगी.
तो दोस्तों सोच क्या रहे हो दोस्तों को तैयार करो और निकल पड़ो ख़ूबसूरत बनलेखी गांव.