हम इंसान बड़े किस्मतवाले हैं कि अगर शरीर का कोई अंग खो भी दें, तब भी अपनी भावनाएं बताने के और भी ज़रिये हैं हमारे पास. हम अपना दुख-दर्द लोगों से बांट सकते हैं, लेकिन जानवरों के पास वो सहूलियत नहीं है. शुक्र है कि हमारे देश में कई ऐसे लोग हैं, जो जानवरों की पीड़ा को समझ सकते हैं.

एनिमल वॉरियर्स इंडिया एक संस्था है, जो देश में फैले हुए एनिमल एक्टिविस्ट्स को साथ लाने का काम कर रही है. ये जानवरों के हित में काम करते हैं और इसी कड़ी में उनका सामना हुआ बिजली से, जो 6 साल की घोड़ी है. बिजली के एक पैर में इन्फेक्शन था, जिसकी वजह से उसे काटना ज़रूरी हो गया था.

AWI ने कृष्णालिंब के संस्थापक, तपेश माथुर से संपर्क किया जिन्होंने बिजली के लिए नया प्रॉस्थेटिक पैर बनाया. इस वीडियो में आप देख सकेंगे कि कैसे इन दोनों संस्थाओं ने मिल कर, बिजली को न ही सिर्फ़ नया पैर दिया, बल्कि उसके जीवन को दी एक नयी राह. ये संभवतः भारत में पहली बार हुआ है, जब किसी घोड़े को कृत्रिम पैर लगाया गया है.

आप भी अगर इन दोनों संस्थाओं के साथ जुड़ना चाहते हैं या इनकी मदद करना चाहते हैं, तो सारी जानकारी आपको वीडियो के डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगी.