दुनिया में कोने-कोने से कई बार ऐसी हैरतअंगेज़ ख़बरें आती हैं कि समझ ही नहीं आता कि उसका क्या होने वाला है. ऐसी ही एक ख़बर 23 महीने के बच्चे की आ रही है. ये बच्चा कैंसर से पीड़ित है और ज़िन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है. इसी फ़ोटो देखने के बाद आपको इस मासूम की स्थिति का अंदाजा लगेगा.

बैंकाक के एक परिवार में जन्मे इस 23 महीने के बच्चे के पेरेंट्स को 9 महीने पहले इसकी इस कंडीशन के बारे में उस वक़्त पता चला, जब उसको थाईलैंड के बैंकाक में स्थित Srinakarin Hospital में लाया गया था और उनकी बायोप्सी से पता चला कि वो कैंसर से पीड़ित है. आपको बता दें कि इस Khondej हैं और इसको ब्रेन कैंसर है.

पिछले कई महीनों से Khondej की कई सारी कीमोथैरेपी हो चुकी हैं और अब उसका इलाज कर रहे सर्जन अब उसका आपरेशन करके उसके ब्रेन का कुछ हिस्सा, चीकबोन और जबड़ा निकालना चाहते हैं ताकि वो ठीक हो जाए.

लेकिन इतनी तकलीफ झेल रहे Khondej का परिवार उसके सिर में हो रही सूजन को देखने के बावजूद किसी भी उसकी सर्जरी नहीं कराना चाहता है. उन लोगों का मानना है कि वो दवाइयों से ठीक हो जाएगा.

जब उसकी मां से सर्जरी के बारे में बात की गई, तो उन्होंने इसके लिए साफ़ मना कर दिया. उन्होंने कहा, ‘हम नहीं चाहते हैं कि हमारा बेटा किसी भी तरह की सर्जरी के दर्द से गुज़रे. वो पहले से ही बहुत दर्द झेल रहा है.’

इसके बाद वो कहती हैं कि, ‘पहले ही उसकी 7-7 कीमोथैरेपी हो चुकी हैं, लेकिन डॉक्टर्स उसकी बीमारी (कैंसर) का इलाज करने में असफ़ल ही रहे हैं. वहीं  Khondej की आंटी परिवार की ओर से बात करते हुए कहती हैं कि हमको वास्तव में लोगों की मदद की ज़रूरत है. इसके साथ ही वो कहती हैं कि हो सकता है कि लोगों की मदद के ज़रिये हमको उनके इलाज का कोई दूसरा विकल्प मिल जाए.

इस बच्चे का केस कुछ टाइम पहले ब्राजील में हुए एक बच्चे के केस जैसा ही है और ये केस ब्राजील के केस के कुछ दिनों बाद ही सामने आया है. 2017 की शुरुआत में तीन साल की Melyssa Delgado Braga को अभी तक का सबसे बड़ा और ख़तरनाक Myxoma हुआ था, जिसका वज़न 5lbs यानी कि 2 किलो से भी ज्यादा था. क्टर्स ने बताया था कि वो उसके जबड़े से जुड़ा हुआ था और दूसरे सिर जैसा ही था.

उस बच्ची की जीभ भी अपनी जगह से हट गई थी, जिसके कारण न ही वो खा पाती थी और न ही कुछ निगल पाती थी. उस स्थिति में डॉक्टर्स ने कहा था कि वो अगर उनको ज्यादा हैवी ट्रीटमेंट दिया गया तो, उसकी मौत हो सकती है. लेकिन Facebook द्वारा चलाये गए एक कैंपेन की बदौलत Louisiana State University (LSU) ने उसका फ्री इलाज किया था और वो स्वस्थ है अब.

बीते दिसम्बर में डॉक्टर्स ने करीब 8 घंटे की सर्जरी के बाद उसकी बीमारी को जड़ से निकाल फेंका था और वो अपनी ज़िन्दगी में पहली बार खाने, पीने, हंसने, बोलने में समर्थ हो पायी थी. उसकी 21 वर्षीय मां Carol ने कहा, हम किसी भी तरह अपनी बच्ची की जान बचाना चाहते थे. डॉक्टर्स ने बताया था कि इलाज के दौरान Melyssa की मौत हो सकती है क्योंकि उसका इम्यून सिस्टम कमज़ोर है. हमको पता था कि उसका इलाज US में हो पायेगा और ये इलाज बहुत महंगा हो सकता है, इसलिए हमने इलाज के लिए पैसे जुटाने के लिए एक कैम्पेन चलाया और अमेरिका जाने के टिकेट और वहां रुककर इलाज कराने के लिए पैसा इकठ्ठा किया.