गर्लफ्रेंड से झगड़ा हुआ हो, बॉस ने फ़ालतू में सुनाया हो या बस यूं ही किसी बात पर गुस्सा आया हो, अपनी सारी चिढ़ और गुस्सा निकालने आप आ सकते हैं ब्रेकरूम में. ये जगह लोगों को वो सब करने की सुविधा देती है, जो गुस्से में ज़्यादातर लोग करना चाहते हैं. यहां आकर आप जी भर के तोड़-फोड़ मचा सकते हैं.

 

 

गुड़गांव में शुरू हुआ ये वेंचर आपको अपनी सारी निराशाओं को निकालने की सुविधा देता है. स्ट्रेस दूर करने के लिए योग और ध्यान भी जब काम न करे, तो आप यहां आकर स्ट्रेस दूर करने का ये नया तरीका आज़मा सकते हैं.

 

ब्रेकरूम की CEO सांवरी गुप्ता बताती हैं कि दुनियाभर में ये नया ट्रेंड उभर रहा है, जहां आप सेफ़ तरीके से अपना गुस्सा बाहर निकाल पाते हैं. ब्रेकरूम में आने के लिए आपकी उम्र 18 साल या उससे ज़्यादा होनी चाहिए. आप यहां आ कर चुन सकते हैं कि आप कौन सा सामान तोड़ना चाहते हैं. अलग-अलग सामानों को तोड़ने के लिए आपको 199 से लेकर 1000 रुपये तक चुकाने होंगे.

 

 

यहां बेकार सामान ही तोड़ने के लिए लाया जाता है, और उसके टूटे अंशों को भी रिसाइकिल होने के लिए भेज दिया जाता है. लोग यहां सिर्फ़ गुस्सा निकालने ही नहीं आते, बल्कि एन्जॉय करने भी आते हैं. ये आइडिया हिंसा को बढ़ावा देने के लिए नहीं है और यहां आने वाले लोगों की सुरक्षा का पूरा-पूरा ख़याल रखा जाता है.

दुनियाभर में भले ही एंगर-रूम का कॉन्सेप्ट प्रचलित हो चुका हो, पर भारत के लिए ये अभी नया ही है. भारत में लोग इसे कितना अपना पाते हैं, ये देखने की बात होगी.