उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फ़रनगर में एक बछड़ा पैदा हुआ है, जिसका चेहरा इंसान के चेहरे से मिल रहा है. स्थानीय लोग उसे विष्णु का अवतार मान कर उसकी पूजा कर रहे हैं. आस-पास के गांवों से भी लोग इस बछड़े की पूजा करने पहुंच रहे हैं.

लोगों का मानना है कि ऐसे बछड़े का ज़िक्र भगवद पुराण में मिलता है. हालांकि, जन्म के एक घंटे बाद ही इस बछड़े ने दम तोड़ दिया था. लेकिन अब भी लोग इस मृत बछड़े के दर्शन करने आ रहे हैं.

बछड़े के मरने के बाद, उसे एक कांच के बक्से में रखा गया है, जिस पर लोग फूल चढ़ा रहे हैं और माथा टेक रहे हैं. इतना ही नहीं, इस बछड़े के लिए एक मंदिर बनाने की भी बात की जा रही है.

50 वर्षीय महेश कथूरिया, एक स्थानीय व्यापारी हैं. वो कहते हैं कि भगवान ने एक गाय के पेट से जन्म लिया है और वो उन्हीं के दर्शन करने आये हैं.

55 वर्षीय राजा भैया मिश्रा, उस गौशाला में गायों की देखभाल करते हैं, जहां इस बछड़े का जन्म हुआ है. उन्होंने बताया कि अब तक हज़ारों लोग इस बछड़े के दर्शन करने आ चुके हैं. तीन दिन में इस बछड़े का अंतिम संस्कार किया जायेगा. तब तक इसे गांववालों के दर्शन के लिए यहीं रखा जायेगा. इस बछड़े के लिए मंदिर भी बनवाया जायेगा.

उन्होंने ये भी बताया कि इस बछड़े को जन्म देने वाली गाय को एक बूचड़खाने से बचा कर 6 महीने पहले यहां लाया गया था. 

पशु चिकित्सक इस बछड़े के देवता होने की बात को सिरे से ख़ारिज कर चुके हैं, लेकिन गांववालों की श्रद्धा पर इसका कोई असर नहीं हुआ है.

जानवरों के डॉक्टर, अजय देशमुख ने बताया कि ऐसा शारीरिक विसंगति के कारण होता है. जब जीन ठीक से विकसित नहीं हो पाते, तब ऐसा हो जाता है. इसे भगवन का अवतार मानना मात्र अन्धविश्वास है.