छोटे बच्चे हर घर की रौनक होते हैं, इनकी हंसी और शरारतों से हमारा घर खिल उठता है. हमारा दिन चाहे कितनी ही परेशानियों भरा क्यों न रहा हो, लेकिन इनके साथ चार पल गुज़ार कर सारी थकान दूर हो जाती है. वहीं कई बार हम बच्चों के साथ खेलते-खेलते इतने व्यस्त हो जाते हैं कि इस दौरान हमसे कई ग़लतियां भी हो जाती हैं, बस हमें पता नहीं चल पाता.

अब आते हैं असली मुद्दे पर आपने कई छोटे बच्चों के माता-पिता और रिश्तेदारों को उन्हें हवा में उछालते हुए देखा होगा. इस दौरान बच्चों को हंसते-मुस्कुराते हुए भी देखा होगा, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ऐसा करना इन मासूमों की ज़िंदगी के लिए बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है.

डॉक्टर्स के मुताबिक, दो साल से कम उम्र के बच्चों की गर्दन की हड्डी बेहद कमज़ोर और लचीली होती है. इसके साथ ही इस उम्र के बच्चे अपने शरीर पर नियंत्रण बनाना नहीं जानते हैं. ऐसे में जब पेरेंट्स या रिश्तेदार बच्चों को हवा में उछालते हैं, तो उन्हें अंदरूनी चोट लगने का ख़तरा रहता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस दौरान बच्चों का ब्रेनडेमज़ या फिर उनकी मृत्यु तक हो सकती है.

विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि छोटे बच्चों का सिर उनके शरीर से अधिक बड़ा होता है. इसीलिए जब कोई उन्हें हवा में उछालता है, तो प्रेशर उनके मस्तिष्क पर पड़ता. इसे Shaken Baby Syndrome कहा जाता है. कई बार ये चोटें हमें बाहर से दिखाई नहीं देती, लेकिन अंदर-अंदर ही बच्चों के लिए ये काफ़ी ख़तरनाक साबित हो सकती हैं.
अगर आप भी खेल-खेल में बच्चे को हवा में उछालते हैं, तो सावधान हो जाएं क्योंकि ऐसा करके आप अपने बच्चे को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं.