कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन के कारण दुनियाभर में करोड़ों लोग अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं. ऐसे में लोग मजबूरन किसी भी तरह का काम करने को तैयार हैं.
इसी तरह का एक मामला थाईलैंड से भी सामने आया है. लॉकडाउन के चलते नौकरी खो चुका एक पायलट इन दिनों फ़ूड डिलीवरी बॉय के तौर पर काम करने को मजबूर है. परिवार का पेट पालने के लिए ये पायलट दिन-रात एक करके लोगों तक खाना पहुंचाने का काम कर रहा है.

लॉकडाउन के चलते विमान कंपनियों की हालत बेहद ख़राब है. पिछले 3 महीनों से हवाई सफ़र पर लगी रोक के चलते कई बड़ी विमान कंपनियां अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं. ऐसे में उन देशों को सबसे अधिक नुक़सान झेलना पड़ रहा है, जिनके रेवन्यू का एकमात्र सोर्स पर्यटन है.

थाईलैंड भी इन्हीं देशों में से एक है. पिछले 3 महीने में यहां पर्यटकों के आने पर लगी रोक के चलते लाखों लोग बेरोज़गार हो चुके हैं. इसका असर होटल और रेस्टोरेंट ही नहीं, बल्कि एयरलाइंस कंपनियों पर भी पड़ा है.

पिछले 4 सालों से कमर्शियल पायलट के तौर पर काम कर रहे 42 वर्षीय Nakarin Inta भी उन्हीं लोगों में से एक हैं, जो इन दिनों बेरोज़गार हैं. सह-पायलट की अच्छी खासी नौकरी गंवाने के बाद उन्हें अब फ़ूड डिलीवरी बॉय का काम करना पड़ रहा है.

CNN Travel से बातचीत में Nakarin Inta का कहना था कि, एयरलाइंस ने अपने अधिकतर कर्मचारियों को बिना सैलरी के छुट्टी पर भेज दिया है. इस दौरान जिन कर्मचारियों को सैलरी दी जा रही है वो ना के बराबर है. जबकि कुछ को नौकरी से निकाल भी दिया है.

इस मुश्किल समय में मेरे कई दोस्त साइड जॉब्स भी कर रहे हैं क्योंकि वो अपनी नियमित नौकरियों को फिर से शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. हालांकि, उनमें से कई ऐसे भी हैं जिन्हें नौकरी से नहीं निकाला गया है, बल्कि उन्हें ज़रूरी उड़ान के ही पैसे दिए जा रहे हैं.

मैं अपने सहयोगियों, अपने कप्तान, केबिन क्रू, डिस्पैचर और सभी कर्मचारियों को बेहद मिस करता हूं. जब भी मुझे मेरे सहयोगियों की याद आती है मैं आसमान में उड़ते किसी जहाज को देखने लगता हूं.
Nakarin Inta ने बताया कि, ‘जब मुझे पहली बार ऑर्डर मिला और मैंने इसे ग्राहक तक पहुंचाया तो वो फ़ीलिंग अलग ही थी. इस दौरान मुझे लगा कि हां मैं ये काम कर सकता हूं’