जब-जब किसी शायर ने अपनी क़लम उठाई है, तब-तब ज़िंदगी के किसी न किसी पहलू को शेर के रूप में हमारे सामने पेश किया है. ऐसे ही एक शायर हैं अल्लामा इक़बाल, जिन्होंने सिर्फ़ प्यार ही नहीं, बल्कि हर एक भाव को अपने शेर में ढाला है.
उनके उन्हीं शेर में से कुछ आज हम आपके लिए लेकर आए हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ये शेर आपको कैसे लगे, कमेंट बॉक्स में बताइगा ज़रूर?